ज़ी न्यूज खेल ब्यूरो लंदन : लंदन ओलंपिक में शनिवार रात पहलवान योगेश्वर दत्त के कांस्य पदक जीतने के बाद अब सभी की निगाहें पहलवान सुशील कुमार पर अटकी हैं। कांस्य को सोने में बदलने का वादा करके गए सुशील कुमार का मुकाबला आज होना है। सुशील 66 किग्रा वर्ग में भारत की दावेदारी आज पेश करेंगे। मालूम हो कि सुशील कुमार ने बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
सुशील लंदन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक की भूमिका निभा चुके हैं जिससे उनपर अतिरिक्त जिम्मेदारी आ गई है। सुशील खुद मानते हैं कि ध्वजवाहक बनने के बाद उनपर अतिरिक्त भार आ गया है कि वह देश के लिए पदक उम्मीदों पर खरे उतरें। सुशील कुमार भारतीय कुश्ती दल के सबसे अनुभवी पहलवान हैं जिनका यह लगातार तीसरा ओलम्पिक है।
भारत ने ओलंपिक कुश्ती में अपना पहला पदक 1952 में जीता था जब केडी जाधव ने देश को कांस्य पदक दिलाया था। जाधव की उपलब्धि के 56 वर्ष बाद सुशील ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में देश के लिए कांस्य पदक जीता था। मैराथन में भारतीय धावक राम सिंह को भी आज उतरना है लेकिन उनसे स्वर्ण की उम्मीदें कम ही हैं।
First Published: Sunday, August 12, 2012, 09:21
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