कोलकाता : आगमन के साथ ही फ्लू की चपेट में आये भारतीय तीरंदाज अब लंदन के अप्रत्याशित मौसम से तालमेल बिठाने में कामयाब हुए हैं। राष्ट्रीय कोच लिम्बाराम के अनुसार अब उन्हें ओलंपिक शुरू होने का बेताबी से इंतजार है। तीन बार के ओलंपियन लिम्बाराम पहली बार कोच के तौर पर ओलंपिक का हिस्सा हैं। वह 1992 के बार्सीलोना ओलंपिक में मामूली अंतर से पदक से चुके थे।
उन्होंने कहा, ‘यह खेल है। जीत का मतलब जीत और हार का मतलब हार है। अंक मायने नहीं रखते। वह हार आज भी मुझे कचोटती है। इस बार मैं अपने शिष्यों के जरिये कुछ साबित करने आया हूं।’ कोच ने कहा कि छह सदस्यीय भारतीय टीम का लक्ष्य सिर्फ जीत है। उन्होंने कहा, ‘ये सभी जीत के भूखे हैं। मेरे तीन साल के कोचिंग करियर में मैंने उनमें इतनी भूख नहीं देखी। मैं यह नहीं कहता कि हम इतने स्वर्ण जीतेंगे लेकिन हम अपना सिर ऊंचा रखकर लौटेंगे।’
अंतिम चरण की तैयारियों के बारे में उन्होंने कहा, ‘सभी लंदन के हालात में खुद को ढालने में सफल हुए हैं। मौसम में अचानक बदलाव के कारण कुछ दिक्कतें थी लेकिन अब सभी फिट हैं।’ तीरंदाजी स्पर्धा शुक्रवार को लार्ड्स पर शुरू होगी। पदक के मुकाबले शनिवार को होंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 25, 2012, 16:08
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