लंदन : अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ ने लंदन ओलम्पिक 2012 के शुरू होने के ठीक एक दिन पहले डोपिंग टेस्ट में दोषी पाए गए नौ एथलीटों पर प्रतिबंध की पुष्टि कर दी है। वर्ष 2008 में बीजिंग ओलम्पिक में 1500 मीटर रेस में कांस्य पदक जीतने वाली नतालिया तोबिएस पर बीते वर्ष विश्व चैंपियनशिप में डोपिंग टेस्ट के दौरान सिनथेटिक टेस्टोस्टेरोन के सेवन का दोषी पाने के बाद प्रतिबंध लगा दिया गया था।
इसके अलावा दो और एथलीटों का बीती गर्मियों में दोबारा से परीक्षण कर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इनमें बुल्गारिया की तेज धावक इन्ना ईफ्टिमोवा और यूक्रेन के तेज धावक एंटोनिना येफ्रेमोवा शामिल हैं। दोनों के नमूनों में प्रतिबंधित दवाएं पाने के बाद दो वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया गया है।
एथलेटिक्स महासंघ के परीक्षकों ने बाद में छह और एथलीटों पर प्रतिबंध की घोषणा की, जिनमें मोरक्को के लम्बी दूरी की रेस के खिलाड़ी एबड्रेरहिम गॉमरी, ग्रीस के ईरानी कोक्किनारिओउ, तुर्की के मेरयेम जिनुरोवा और तीन रूसी एथलीट स्वेतलाना क्लयूका, नाइलिया यूलोमैनोव और येवजेनिआ शामिल हैं।
इसके अलावा विश्व इंडोर चैम्पियनशीप में 1500 मीटर रेस में मोरक्को के लिए रजत पदक हासिल करने वाले अलाओयूई सेलसॉली पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 26, 2012, 17:29
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