लंदन : करीब 112 साल पहले क्रिकेट ने ओलंपिक में उपस्थिति दर्ज कराई थी। अब लंदन में होने वाले खेलों में क्रिकेट तो नहीं होगा लेकिन क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लार्डस पर तीरंदाजी की स्पर्धायें आयोजित कराई जाएंगी। दक्षिण कोरिया का तीरंदाजी पर दबदबा रहा है। लार्डस पर पिछले साल अक्तूबर में खाली दीर्घाओं के सामने टेस्ट स्पर्धाएं आयोजित की गई थी। खिलाड़ियों और अधिकारियों ने इसे हरी झंडी दी है।
अंतरराष्ट्रीय तीरंदाजी महासंघ के महासचिव टाम डिलेन ने कहा कि सभी को यह स्थान पसंद आया। ढलान के कारण अधिक दिक्कत नहीं है। तीरंदाजों को लार्डस बहुत पसंद आया है। ओलंपिक में 1972 में तीरंदाजी की वापसी के बाद दक्षिण कोरिया ने 18 स्वर्ण पदक जीते हैं । उसने 2009 विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण और रजत पदक जीता।
चार साल पहले बीजिंग ओलंपिक में कोरिया को व्यक्तिगत स्वर्ण नहीं मिला लेकिन टीम स्पर्धाओं में उसका दबदबा रहा । यह हैरानीभरे नतीजे थे क्योंकि कोरियाई तीरंदाजों के नाम विश्व रिकार्ड हैं। लंदन में दक्षिण कोरिया की पुरूष टीम की कमान 2008 के टीम चैम्पियन इम डोंग हयुन , 2011 विश्व चैम्पियनशिप के उपविजेता ओह जिन हयेक तथा नये तीरंदाज किम बुबमिन पर होगी। अमेरिकी टीम में शीर्ष रैंकिंग वाले ब्राडी एलिसन, जैक कामिंस्की और जैकब वुकी होंगे।
फ्रांस 12वीं बार इसमें भाग ले रहा है। फ्रांसीसी टीम में थामस फाउचेरोन, रोमेन गिरोली और गाएल प्रीवोस्ट शामिल हैं। महिला टूर्नामेंट में दक्षिण कोरिया के सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी भारत, चीन, ताईवान और मौजूदा विश्व चैम्पियन इटली हैं। भारतीय चुनौती बोंबायला देवी, दीपिका कुमारी और सी स्वुरो पेश करेंगी । ओलंपिक में पुरूषों की व्यक्तिगत , महिलाओं की व्यक्तिगत और दोनों वर्गों की टीम स्पर्धाएं होंगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 3, 2012, 14:45
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