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हमने बेहतरीन खेल दिखाया : लिएंडर |
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लंदन : ओलंपिक से दूसरे दौर में बाहर होने से भले ही वे निराश हों लेकिन भारत के अनुभवी टेनिस स्टार लिएंडर पेस ने कहा कि उन्होंने और विष्णु वर्धन ने फ्रांसीसी जोड़ी के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया। पेस और वर्धन को फ्रांस के माइकल लोद्रा और जो. विलफ्राइड सोंगा ने 7-6, 4-6, 6-4 से हराया। पेस ने अपने अनुभवहीन जोड़ीदार के जुझारूपन की जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा, ‘पहली बार एक एक साथ खेले और जबर्दस्त प्रदर्शन किया। पहले दौर में हमें कठिन प्रतिद्वंद्वी मिले थे जिनमें दुनिया के 33वें नंबर के एकल खिलाड़ी राबिन हासे और 21वें नंबर के युगल खिलाड़ी जीन जूलियन रोजर शामिल थे। हमने उन्हें हराया।’ पेस ने कहा, ‘दूसरे दौर का मैच कठिन था। सोंगा एकल रैंकिंग में पांचवें स्थान पर है जबकि लोद्रा ग्रैंडस्लैम जीत चुके हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं विष्णु की तारीफ करना चाहूंगा। उसके साथ खेलने में बहुत मजा आया। वह बेहतरीन जोड़ीदार रहा। उसमें चैम्पियन बनने की सारी काबिलियत है।’ उन्होंने कहा कि दूसरे दौर से बाहर होने के बावजूद वह अपने प्रदर्शन से खुश हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम फ्रांस की मजबूत टीम के खिलाफ एक या दो गेम पीछे रह गए। मैच के दौरान मैं विष्णु से बात कर रहा था कि क्या सोच सकते हो कि यह हमारा साथ में तीसरा या चौथा मैच था। हमें कुछ चीजों पर मेहनत करनी होगी।’ भारतीय टेनिस की दशा के बारे में पूछने पर पेस ने कहा, ‘जहां तक भारतीय टेनिस का सवाल है तो पिछला सप्ताह खट्टा मीठा रहा। मैं यहां पांच बार जीत चुका हूं लेकिन आज हार गया।’ उन्होंने कहा, ‘अच्छा इसलिए रहा क्योंकि हमें यहां बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी मिला। मैं हमेशा से जानता था कि विष्णु प्रतिभाशाली है और वह विश्व स्तर पर खेलेगा।’
पेस ने कहा, ‘हमें उसकी प्रतिभा को तराशना होगा। थोड़े से अनुभव के साथ हमने इतने मजबूत प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी चुनौती दे डाली।’ विष्णु ने अपने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय पेस को दिया। उन्होंने कहा, ‘लिएंडर और उनकी टीम पिछले डेढ़ महीने से मुझ पर मेहनत कर रही है। यह रातोंरात नहीं हुआ। मैं उन्हें जितना धन्यवाद दूं, उतना कम है।’ उन्होंने कहा, ‘वह बेहतरीन अगुवा है और चैम्पियन ऐसे ही होते हैं। मेरे लिए उनके जैसे खिलाड़ी के साथ खेलना बेहतरीन मौका था और यह सर्वश्रेष्ठ मैच था। मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं।’
भविष्य की योजनाओं के बारे में पेस ने कहा, ‘मैंने एकल और युगल दोनों पर बराबर मेहनत की है। पिछले डेढ़ महीने से मैं युगल पर मेहनत कर रहा हूं। पेस के साथ खेलकर मैंने डेढ़ महीने में जितना सीखा है, उतना पिछले 18 साल के करियर में नहीं सीखा। मैं बहुत खुश हूं।’ (एजेसी)
First Published: Thursday, August 2, 2012, 17:23
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