Last Updated: Thursday, February 28, 2013, 00:39

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : वित्त वर्ष 2013-14 के लिए आर्थिक सर्वे बुधवार को संसद में पेश कर दिया गया। इस सर्वे में विकास दर बढ़ने की उम्मीद जताई गई है। वित्त वर्ष 2013-14 में जीडीपी दर 6.1 से 6.7 फीसदी रहने का अनुमान है। आज लोकसभा में वित्त मंत्री पी. चिदंबरम द्वारा प्रस्तुत आर्थिक सर्वेक्षण 2012-13 इस बात पर जोर दिया गया है कि 2012-13 में अब तक केंद्र सरकार के प्राप्त वित्तीय नतीजों से साल 2011-12 की तुलना में अब तक महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार के संकेत मिलते हैं। सर्वेक्षण के अनुसार राज्यों की राजकोषीय स्थिति में सकल घरेलू उत्पाद के 2.1 प्रतिशत वित्तीय घाटे के साथ लगातार सुधार हुआ है। पेश हैं आर्थिक सर्वे की मुख्य बातें।
- विकास दर 6.1 से 6.7 फीसदी रहने का अनुमान
- सर्वेक्षण में नौकरियों पर जोर
सरकार की प्राथमिकता महंगाई पर काबू पाना
- सोने के आयात को कम करने पर जोर
- रेल का माल भाड़ा बढ़ाने की सिफारिश
- विदेशी निवेश के दरवाजे खोले जाएं
- टैक्स के दायरे को बढ़ाने की सिफारिश
- सब्सिडी कम करने की सिफारिश
- थोक मूल्यों पर आधारित मुद्रास्फीति 6.2-6.6 फीसद के बीच रहेगी
- सब्सिडी बोझ कम करने को डीजल, एलपीजी कीमतें बढ़ाने पर जोर
- कर आधार बढ़ाने तथा घाटे पर अंकुश को खर्चों की प्राथमिकता तय करने पर जोर
- उच्च मुद्रास्फीति से निपटना सरकार की होगी प्राथमिकता
- विदेशी मुद्रा भंडार दिसंबर 2012 के आखिर तक 295.6 अरब डालर
- खाद्यान्न उत्पादन में उल्लेखनीय सुधार
- रोजगार में वृद्धि का रूझान बरकरार, जून, 2011 के मुकाबले जून, 2012 में 6.94 लाख की वृद्धि
- विनिवेश के माध्यम से 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने पर जोर
- स्वास्थ्य मद में योजनागत परिव्यय बढ़ाकर 13.9 प्रतिशत
- विनिर्माण तेजी के लिए कारगर पहल
- वैश्विक सुधार संतुलित होने से अर्थव्यवस्था में तेजी की संभावना
- वित्तीय समावेशन को बढ़ाने के लिए कई कदम
- एफडीआई के प्रवाह से सेवा निर्यात में तेजी से बढ़ोतरी
- सेवा क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन का आर्थिक सुस्ती में प्रमुख योगदान
- आर्थिक सुस्ती के लिए वैश्विक और घरेलू दोनों कारण जिम्मेदार
- खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति से कृषि उपज की नई प्रौद्योगिकी और विपणन में निवेश आने की उम्मीद
- सर्वेक्षण में नौकरियों पर एक अलग अध्याय रखा गया है
- नौकरियों, आय और खाद्य सुरक्षा के लिए कृषि के तेज विकास को जरूरी बताया गया है।
First Published: Wednesday, February 27, 2013, 13:15