Last Updated: Thursday, April 4, 2013, 19:13

नई दिल्ली : अच्छी आर्थिक के साथ राजनीति करना हमेशा आसान नहीं है पर यह कहना कि ऐसा करना संभव ही नहीं है कि देश के लिए नुकसानदेह होगा। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने आज यह बात कही।
उद्योग मंडल सीआईआई की सालाना बैठक को संबोधित करते हुए अहलूवालिया ने कहा कि एक बात पूरी तरह से स्पष्ट है कि जो यह कहता है कि अच्छी अर्थ नीति अच्छी राजनीति नहीं होती , वह वास्तव में देश का विकास रोक रहा है और निश्चित रूप से इतिहास के खिलाफ जा रहा है। 1991 के बाद की कहानी अच्छी अर्थ नीति की कहानी रही है। उन्होंने कहा कि यदि मतदाताओं को सही सूचना दी जाए तो अच्छी आर्थिक नीतियां अपना कर भी सफल राजनीति की जा सकती है।
अहलूवालिया ने कहा कि अमूमन बुरी राजनीति कुछ निहित स्वार्थों के कारण चलती है। इससे कुछ लोगों का तो भला होता है पर बड़ी संख्या में लोगों की कई भलाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि जनता को यह समझ आना चाहिए कि किसको फायदा हो रहा है, किसको नहीं।
इसी संदर्भ में उन्होंने पेट्रोलियम कीमत का उल्लेख किया और कहा कि जब आप विदेशियों को उंचा दाम दे रहे हैं तो घरेलू दामों में वह बात झलकनी चाहिए। यह बात जनता को समझायी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में बिजली की दरें कम करने से वितरण कंपनियां बिजली का दाम नहीं चुका पाएंगी। वे आपूर्ति कम करेंगी तो दिल्ली में उपभोक्ताओं को इन्वर्टर और जनरेटर का सहारा लेना पड़ेगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 4, 2013, 19:13