Last Updated: Monday, March 26, 2012, 17:14
नई दिल्ली : सरकार ने चीनी के बंपर उत्पादन के मद्देनजर इसके 10 लाख टन अतिरिक्त निर्यात की सोमवार को अनुमति दे दी। इससे चीनी मिलों को गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान करने में मदद मिलेगी। सूत्रों ने कहा कि वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता में मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह (ईजीओएम) ने गेहूं उत्पाद निर्यात को खुले सामान्य लाइसेंस (ओजीएल) के तहत रखने का भी निर्णय किया।
इससे पहले, गेहूं उत्पाद निर्यात पर करीब 6.5 लाख टन की सीमा तय थी। सरकार ने 2011.12 विपणन वर्ष में 20 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दे दी है, इस साल देश में चीनी उत्पादन 2.20 करोड़ टन की घरेलू खपत से अधिक रहने की संभावना है।
खाद्य मंत्रालय ने 2011-12 के लिए हाल ही में चीनी उत्पादन का 2.52 करोड़ टन का नया अनुमान लगाया है जबकि पहले इसके 2.46 करोड़ टन रहने का अनुमान लगाया गया था। हालांकि, उद्योग ने वर्ष 2011-12 में चीनी उत्पादन 2.6 करोड़ टन रहने का अनुमान जताया है जो कि पिछले साल 2.43 करोड़ टन रहा था। भारत चीनी का उत्पादन करने वाला दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है और इसने पिछले विपणन वर्ष में 26 लाख टन चीनी का निर्यात किया।
(एजेंसी)
First Published: Monday, March 26, 2012, 22:44