Last Updated: Sunday, April 14, 2013, 15:14

कोलकाता : कोलकाता के सबसे पुराने कारोबारी घरानों में से एक से ताल्लुक रखने वाले आरपी गोयनका को देश का ‘अधिग्रहण विशेषज्ञ’ माना जाता है। उन्होंने विविध कारोबार क्षेत्रों टायर से लेकर संगीत तक में अपनी पहचान कायम की थी।
शहर से गोयनका परिवार का जुड़ाव 1820 से है। उस समय रामदत्त गोयनका पहली बार राजस्थान से यहां आए और उन्होंने ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ व्यापार शुरू किया। वर्ष 1900 तक यह परिवार विभिन्न कारोबारी क्षेत्रों में अपनी पहचान बना चुका था। राम प्रसाद गोयनका या आर ई गोयनका का जन्म 1 मार्च, 1930 को हुआ था। वह केशव प्रसाद गोयनका तथा रुक्मिणी देवी के सबसे बड़े पुत्र थे। आरपी गोयनका ने कोलकाता के प्रेजिडेंसी कालेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद वह हार्वर्ड विश्वविद्यालय से प्रबंधन का पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद पारिवारिक कारोबार से जुड़ गए।
तीन भाइयों के बीच संपत्ति के बंटवारे के बाद उन्होंने 1979 में आरपीजी इंटरप्राइजेज का गठन किया। इस समूह का कारोबार 100 करोड़ रुपये था। अस्सी के दशक में इस अधिग्रहण विशेषज्ञ ने एक के बाद एक बड़ी कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने समूह का कारोबार कई क्षेत्रों मसलन टायर, कार्बन ब्लैक, पारेषण, फार्मास्युटिकल्स, आईटी, बिजली उत्पादन तथा संगीत जगत में फैला लिया।
उनके समूह की प्रमुख कंपनियों में सिएट, सीईएससी, स्पेंसर्स रिटेल, सारेगामा, केईसी इंटरनेशनल, आरपीजी लाइफ साइंसेज तथा आईसीएमएल हैं। आर पी गोयनका के पुत्रों हर्षवर्धन तथा संजीव ने 1990 में समूह के चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन का पद संभाला। उसके बाद 2011 में संजीव गोयनका ने अपनी ब्रांड पहचान बनाने के लिए आरपी-संजीव गोयनका समूह का गठन किया। वहीं हर्षवर्धन गोयनका आरपीजी इंटरप्राइजेज के चेयरमैन बने रहे।
आरपी गोयनका दोनों समूहों के मानद चेयरमैन बने रहे, जिनके तहत कुल मिलाकर 23 कंपनियां आती हैं। इनमें से 10 कंपनियों सिएट, आरपीजी लाइफ साइंसेज, केईसी इंटरनेशनल और जेनसर टेक्नोलॉजी आदि का प्रबंधन हर्ष गोयनका द्वारा किया जाता है। उनके समूह की कंपनियों का कुल कारोबार 16,000 करोड़ रुपए का है। वहीं दूसरी ओर संजीव 13 कंपनियों का परिचालन कोलकाता से देखते हैं। उनके समूह की कंपनियों का कारोबार 14,000 करोड़ रुपए का है। उनकी कंपनियों में सीईएससी, पीसीबीएल, म्यूजिक वर्ल्ड, स्पेंसर्स रिटेल और सारेगामा आती हैं।
राज्यसभा के पूर्व सदस्य आरपी गोयनका उद्योग मंडल फिक्की के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा वह कनफेडरेशन आफ एशिया पैसिफिक चैंबर्स आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष रहे। कई साल तक वह आईआईटी खड़गपुर के बोर्ड आफ गवर्नर्स के चेयरमैन रहे। आईआईटी खड़गपुर ने उन्हें विज्ञान में डाक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया। इसके अलावा गोयनका को जापान के सम्राट से ‘आर्डर आफ सैकरेड ट्रेजर गोल्ड एंड सिल्वर स्टार’ का सम्मान भी मिला था। साथ ही उन्हें आल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन से लाइफटाइम कॉन्ट्रिब्यूशन अवार्ड भी मिला (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 14, 2013, 15:14