Last Updated: Tuesday, December 13, 2011, 07:59
नई दिल्ली : संसद की एक समिति ने भारतीय औद्योगिक वित्त निगम (आईएफसीआई) के सीईओ और प्रबंध निदेशक अतुल कुमार राय को अपनी नियुक्ति के पहले 2007 में तथ्यों का छिपाने का दोषी करार देते हुए सीबीआई से जांच कराए जाने की सिफारिश की है।
संसद की विशेषाधिकार समिति ने राय को भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के साथ उस समय दुर्व्यवहार करने का भी दोषी पाया जब सांसद कुछ मुद्दों पर विचार विमर्श करने के लिए उनसे मिलने गए थे। राज्यसभा के उपसभापति के रहमान खान की अध्यक्षता वाली इस समिति की रिपोर्ट आज राज्यसभा में पेश की गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि राय ने सीईओ पद पर नियुक्ति के पहले गलत घोषणाएं की और भ्रामक तथ्य पेश किए। समिति ने इस ओर भी ध्यान दिलाया कि राय वित्त मंत्रालय में निदेशक थे और उन्हें आईएफसीआई के निदेशक मंडल में मनोनीत किया गया था।
राय भारतीय आर्थिक सेवा के अधिकारी थे और उन्होंने निजी और पारिवारिक कारण बताते हुए 28 फरवरी 2007 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 13, 2011, 20:29