Last Updated: Wednesday, May 23, 2012, 16:34

नई दिल्ली : सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया के हड़ताली पायलटों की यूनियन इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) ने सरकार से बातचीत शुरू करने की इच्छा जताई है, बशर्ते सरकार बर्खास्तग किए गए सभी पायलटों को बहाल करे। आईपीजी ने कहा है कि हड़ताल के दौरान बर्खास्तग 101 पायलटों को यदि बहाल कर दिया जाए तो वे नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह से ‘तत्काल’ बातचीत करने का तैयार है।
हड़ताल का आज 16वां दिन है और इसे अदालत ने गैरकानूनी करार दिया है तथा एयररइंडिया के प्रबंधन ने विलय से पूर्व विदेशी उड़ानों का परिचालन करने वाले एयरइंडिया में काम करने वाले पायलटों की इस यूनियन की मान्यता रद्द कर दी है।
आईपीजी के संयुक्त सचिव तौसीफ मुकद्दम ने अपने कुछ अन्य सहयोगियों के साथ यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम मंत्री जी से बात करने के लिए बिल्कुल तैयार है। यह बातचीत तत्काल शुरू हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा,‘हम जानते हैं कि हमारी मुख्य मांगों तो तुरंत लागू नहीं किया जा सकता। हम चाहते हैं कि पायलटों की बर्खास्तगी वापस हो और हमें भरोसा दिया जाए कि हमारी मांगों पर विचार किया जाएगा।
तौसीफ ने प्रबंधन या सरकार की ओर से आईपीजी के साथ बातचीत शुरू करने की कोई पहल न किए जाने पर निराशा प्रकट करते हुए कहा कि हम काम पर वापस आना चाहते हैं। यह मामला 15 मिनट में सुलझ सकता है। मुकद्दम और उनके सहयोगी पायलटों ने संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि वे नागरिक उड्डयन मंत्री को बातचीत शुरू करने के लिए एक और पत्र लिखने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी मंत्री जी से समय मांगा था और अब भी उन्हें चिमहामेधी लिखने को तैयार हैं। आठ मई को हड़ताल शुरू होने के बाद यह उनकी दूसरी प्रेस वार्ता थी। आईपीजी ने आरोप लगाया कि, ‘एयरलाइन का प्रबंधन तंत्र नागरिक उड्डयन मंत्री को मुद्दों की गलत जानकारी दे रहा है और उन्हें भरमा रहा है।’ संगठन ने प्रबंधकों पर कंपनी को वित्तीय नुकसान पहुंचाने के आरोप भी लगाए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 23, 2012, 16:34