Last Updated: Thursday, November 15, 2012, 16:06

नई दिल्ली: सरकार ने गुरुवार को कहा है कि आर्थिक सुस्ती का सामना कर रहे उद्योगों का हाथ थामने के लिये वह तैयार है।
वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने गुरुवार को इस संबंध में कहा कि आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती का दबाव झेले रहे उद्योगों की मदद के लिये सरकार रणनीति तैयार करेगी।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रमुखों के साथ बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चिदंबरम ने कहा कि यदि अर्थव्यवस्था में सुधार आता है और आर्थिक वृद्धि तेज होती है तो दबाव झेल रहे क्षेत्रों का प्रदर्शन भी सुधारेगा, लेकिन इस बीच हमें उनका हाथ थामने के लिये कुछ करना होगा।
चिदंबरम ने कहा कि सरकार बैंकों की कर्ज में फंसी राशि पर क्षेत्रवार उद्योगों के हिसाब से गौर करेगा और उनकी मदद के लिये रास्ता निकालेगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बैंकों की इस तरह कर्ज में फंसी बढ़ती राशि अर्थव्यवस्था में व्याप्त सुस्ती को ही परिलक्षित करता है।
आधारभूत परियोजनाओं, इस्पात, निर्माण, कपड़ा, खाद्य प्रसंस्करण और दूरसंचार अवस्थापना क्षेत्र में दबाव बढ़ने की वजह से सितंबर 2012 को समाप्त एक वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की कर्ज में फंसी गैर-निष्पादित राशि (एनपीए) 0.98 प्रतिशत तक बढ़ गई।
जहां तक बेहतर प्रदर्शन की बात है, वित्त मंत्री ने कहा कि आवास एवं आटोमोबाइल क्षेत्र में मासिक किस्त कम होने से इन क्षेत्रों का प्रदर्शन बेहतर रहा है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 15, 2012, 15:59