Last Updated: Friday, April 5, 2013, 13:26

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पर्यावरण अपक्षय के गंभीर परिणामों के प्रति आगाह करते हुए आज इस बात पर जोर दिया कि आर्थिक वृद्धि प्राकृतिक संसाधनों के अनुकूलतम उपयोग पर आधारित होनी चाहिए और साथ ही विकास को पर्यावरण की दृष्टि से संतुलित रखा जाना चाहिए।
सिंह ने इस बात पर अफसोस जताया कि प्राय: आर्थिक वृद्धि के लिए बनाई जाने वाली नीतियों को पर्यावरण पर उसके प्रभाव के बारे में ध्यान दिए बिना ही लागू कर दिया जाता है। इसके पीछे शायद यह सोच काम करती है कि पर्यावरणीय प्रभावों का समाधान अपने आप हो जाएगा या उसकी चिंता अलग से की जा सकती है। सिंह यहां भारत के लिए राष्ट्रीय पर्यावरणी अंकेक्षण पर एक अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटान करते हुए यह बात कही। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 5, 2013, 13:26