Last Updated: Friday, November 25, 2011, 09:49
चंडीगढ़ : आर्थिक नरमी से चिंतित आरबीआई के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने भारत की वृद्धि को बरकरार रखने के लिए शुक्रवार को दस चुनौतियों का जिक्र किया और कहा कि सरकारी कामकाज का ठीक तरीके से चलना इसके लिए जरूरी होगा। सुब्बाराव ने कहा कि आर्थिक वृद्धि तेज करने के लिए कई चुनौतियां हो सकती हैं और इन क्षेत्रों की पहचान व इससे निपटने की योजना बनाना अपेक्षाकृत ज्यादा आसान है।
सुब्बाराव ने कहा कि इन नीतियों को कार्यान्वित करना सबसे अधिक मुश्किल काम है। यहां आयोजित पीएन हक्सर मेमोरियल व्याख्यान में सुब्बाराव ने कहा कि आर्थिक विकास की सफलता और असफलता में फर्क सरकारी कामकाज की गुणवत्ता निर्धारित करती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा मुद्रास्फीति चिंताएं आपूर्ति की दिक्कतों और मांग के दबाव का नतीजा हैं।
सुब्बाराव ने कहा कि आरबीआई की सख्त मौद्रिक नीति का लक्ष्य है मांग को कम करना और मुद्रास्फीतिक दबाव पर लगाम लगाना। केंद्रीय बैंक ने मार्च 2010 से अब तक मुद्रास्फीति घटाने के लिए 13 बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है, जो पिछले एक साल से दहाई अंक के दायरे में है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 25, 2011, 15:19