Last Updated: Wednesday, December 26, 2012, 19:43

नई दिल्ली : योजना आयोग कल यहां होने वाली राष्ट्रीय विकास परिषद (एनडीसी) की बैठक में 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान सालाना औसत वृद्धि के लक्ष्य को 8.2 प्रतिशत से घटाकर 8 प्रतिशत करने पर जोर दे सकता है।
योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने आज यहां कहा, हमारा उद्देश्य है कि हम ज्यादा भरोसे के साथ आगे बढ़े और संभवत: जब इस पर फिर से विचार करे तो अब हम जो देख रहे हैं इसमें 8.2 प्रतिशत के बजाय 8 प्रतिशत के लिए तैयारी करना बेहतर होगा।
अहलूवालिया ने कहा मैं इस मुद्दे को एनडीसी की बैठक में उठाउंगा।’’ उन्होंने कहा कि एनडीसी की पिछले साल अक्तूबर में हुई बैठक में दृष्टिपत्र को मंजूरी देने के बाद से वैश्विक और घरेलू अर्थव्यवस्था में काफी बदलाव हुए हैं और उन्हीं के चलते वृद्धि के लक्ष्य को संशोधित करने की जरूरत है।’’ यह दूसरा मौका होगा जब 12वीं योजना (2012 से 2017) के आर्थिक वृद्धि अनुमान को कम किया जायेगा।
12वीं योजना के दृष्टिकोण पत्र में 9 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि का लक्ष्य रखने का सुझाव था। वैश्विक आर्थिक चिंताओं और घरेलू अर्थव्यवस्था में गहराती सुस्ती के चलते सितंबर 2012 में इसे कम करके 8.2 प्रतिशत कर दिया गया था।
12वीं योजना दस्तावेज पर कल देश की सर्वोच्च नीति निर्माता परिषद में फैसला होगा। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक इस पर फैसला करेगी। इसमें केन्द्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित होंगे। इससे पहले इस साल मार्च में समाप्त हुई 11वीं योजना में औसत वाषिर्क वृद्धि 7.9 प्रतिशत रही थी।
चालू वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान आर्थिक वृद्धि 5.7 से 5.9 प्रतिशत के दायरे में रहने का अनुमान लगाया गया है। पिछले एक दशक में यह सबसे कम आर्थिक वृद्धि होगी। मार्च 2013 में समाप्त होने वाला यह वर्ष 12वीं योजना का पहला वर्ष होगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 26, 2012, 19:43