Last Updated: Wednesday, October 17, 2012, 20:57
नई दिल्ली : कृषि मंत्री शरद पवार ने आज कहा कि भारत, दक्षिण पूर्व एशिया देशों के आसियान के साथ सेवाओं के व्यापार को खुला बनाने और एक दूसरे की कंपनियों के लिए निवेश के नियमों को उदार बनाने के उद्देश्य से प्रस्तावित समझौते की बातचीत जल्द से जल्द पूरा करना चाहता है।
पवार ने कृषि पर आसियान-भारत मंत्रिस्तरीय वार्ताओं के दूसरे दौर की बैठक को संबोधित करते हुए नई दिल्ली में कहा कि दोनों पक्षों ने वस्तु व्यापार को मुक्त बनाने का समझौता अक्तूबर 2009 में ही कर लिया था। इस समझौते को अमल में लाना महत्वपूर्ण उपलब्धि है। ‘अब हम चाहते हैं कि सेवाओं के व्यापार पर एफटीए (मुक्त व्यापार समझौते) और निवेश पर बातचीत भी जल्द पूरी हो।’ उन्होंने कहा कि भारत और आसियान देश एक दूसरे के स्वाभाविक भागीदार हैं और वे परस्पर जुड़े और प्रतिस्पर्धी संसार में तेजी से आर्थिक प्रगति करने की इच्छा रखते हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि भारत और आसियान कृषि तथा वानिकी क्षेत्र में सहयोग के जरिये पूरे भारत आसियान भौगोलिक क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत और आसियान के सदस्य देशों की परिस्थितियां करीब करीब एक जैसी हैं। हमारे जोत का आकार छोटा है। जमीन पर जनसंख्या का दबाव ज्यादा है। कृषि में यांत्रिकरण का अनुपात निम्न है। हम इंधन के लिए पेट्रोलियम आयात पर बहुत ज्यादा निर्भर हैं तथा हमारे यहां कटाई के बाद फसलों की क्षति का अनुपात भी ऊंचा है। हम इस समस्याओं का निदान चाहते हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 17, 2012, 20:57