Last Updated: Thursday, June 13, 2013, 15:33

वाशिंगटन : विश्व बैंक ने कहा है कि यूरो क्षेत्र में जारी गिरावट के बावजूद विकसित अर्थव्यवस्थाओं में जोखिम कम हुआ है और वृद्धि की संभावनाएं मजबूत हो रही है। वहीं विकासशील देशों में तेजी में थोड़ी नरमी रहेगी जिसका कारण कई मध्यम आय वाले देशों में क्षमता वृद्धि के रास्ते में बाधाएं हैं।
‘वैश्विक आर्थिक परिदृश्य’ (जीईपी) शीर्षक से अपनी ताजा रिपोर्ट में विश्व बैंक ने कहा है कि इस साल वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर 2.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। वहीं 2014 तथा 2015 में इसके क्रमश: 3 प्रतिशत तथा 3.3 प्रतिशत रहने की संभावना है। रिपोर्ट के मुताबिक विकासशील देशों में जीडीपी 2013 में 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो 2014 तथा 2015 में क्रमश: 5.6 तथा 5.7 प्रतिशत रह सकती है।
इसमें कहा गया है कि ब्राजील, भारत, रूस, दक्षिण अफ्रीका तथा तुर्की में आपूर्ति संबंधी बाधाओं के कारण उनकी आर्थिक वृद्धि प्रभावित हो रही है। विश्व बैंक ने कहा कि बाह्य जोखिम नरम होने के साथ इन देशों में वृद्धि संकट पूर्व के स्तर पर पहुंच सकती है। हालांकि इसके लिए जरूरी है कि आपूर्ति संबंधी बाधाएं दूर हो। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले करीब एक साल पहले जो स्थिति थी और जिसको लेकर हम आशंकित थे, उसमें कमी की संभावना है। जोखिम कम हुआ है लेकिन कुल मिलाकर वृद्धि संभावना भी घटी है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 13, 2013, 15:33