Last Updated: Saturday, March 30, 2013, 21:07
हैदराबाद : केंद्रीय बिजली प्राधिकारण (सीईए) के अध्यक्ष ए एस बख्शी ने शुक्रवार को यहां कहा कि गैस और कोयला की कमी के कारण ही देश, विशेष तौर पर दक्षिण के राज्यों में बिजली की किल्लत बढ़ रही है।
बख्शी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘हमारे पास खान के लिए खूब कोयला है पर तीन से चार साल तक इसकी कमी बरकरार रहेगी। बिजली घरों को इस वर्ष आठ फीसद अधिक कोयला मिला। बावजूद अगले वर्ष 4.5 करोड़ टन कोयले की कमी रहेगी।’
सीईए के अध्यक्ष ने कहा कि बिजली उत्पादन क्षमता की दिक्कत नहीं बल्कि ईंधन की है। इस साल 20,000 मेगावाट अतिरिक्त क्षमता जोड़ी गई।
दक्षिणी राज्यों विशेष तौर पर आंध्रप्रदेश में बिजली की किल्लत का उल्लेख करते हुए बख्शी ने कहा कि ईंधन की कमी की और पारेषण से जुड़ी समस्या जैसे इसके कई कारण हैं। पिछले साल बारिश कम हुई, गैस और कोयले की कमी हुई और कुडनकुलम परमाणुा बिजली संयंत्र को चालू करने में देरी हुई।
उन्होंने कहा,‘लेकिन ये अस्थाई समस्याएं हैं और इन्हें आने वाले समय में सुलझा लिया जाएगा।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 30, 2013, 21:07