Last Updated: Saturday, February 18, 2012, 06:52
वाशिंगटन: अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को कहा कि ईरान और पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित करोड़ों रूपये की गैस पाइपलाइन का विचार बेकार है। एक दिन पहले ही इस्लामाबाद ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर आगे बढ़ने का दृढ़निश्चय दोहराया है। पाइपलाइन के आगे भारत भी पहुंचने की अटकलें हैं लेकिन वह अभी इससे नहीं जुड़ा है।
विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने इस प्रस्तावित पाइपलाइन के बारे में यह बातचीत लंबे समय से देखी है। हमें लगता है कि यह खराब विचार है। हमने यह स्पष्ट कर दिया है।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका यह अटकल नहीं लगाएगा कि यह परियोजना किस ओर जा रही है।
नुलैंड ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘यदि पाइपलाइन पर आगे काम होता है और कई तरह के उतार चढ़ाव होते हैं तो हमें चिंता है और हमने पाकिस्तान की सरकार से यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है।’’ ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन का उद्देश्य हर दिन 2.15 करोड़ घन मीटर प्रति वर्ष प्राकृतिक गैस की आपूर्ति ईरान से पाकिस्तान को करना है।
बुशेहर के असालुयेह से सिस्तान के इरानशहर और बलूचिस्तान प्रांत तक करीब 900 किलोमीटर में फैली 56 इंच की पाइपलाइन की अधिकतम दैनिक गैस आपूर्ति क्षमता 11 करोड़ घन मीटर आंकी गयी है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा था कि ईरान के साथ उनके देश के रिश्तों पर किसी अंतरराष्ट्रीय दबाव का असर नहीं पड़ेगा और इस्लामाबाद तेहरान के साथ गैस पाइपलाइन समेत अन्य परियोजनाओं पर आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 18, 2012, 12:23