Last Updated: Thursday, May 10, 2012, 13:14
नई दिल्ली : सरकार ने गुरुवार को लोकसभा को आश्वासन दिया कि ईरान से तेल आयात के मामले में भारत पर अमेरिका का किसी तरह का दबाव नहीं है। प्रश्नकाल में सवालों के जवाब में तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्री एस.जयपाल रेड्डी ने कहा कि भारत ईरान पर केवल उन्हीं प्रतिबंधों को मानेगा जिसे संयुक्त राष्ट्र ने लगाया है न कि किसी देश ने।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की ओर से उनकी हाल की भारत यात्रा के दौरान ऐसा कोई दबाव नहीं था कि हमें ईरान से तेल आयात नहीं करना चाहिए। रेड्डी ने कहा कि भारत सरकार इस मुद्दे पर फैसले के लिए स्वतंत्र है। हम किसी अन्य देश के प्रतिबंध पर ध्यान नहीं देते। भारत केवल उन्हीं प्रतिबंधों का सम्मान करता है, जो किन्हीं मुद्दों को लेकर कुछ देशों के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र ने लगाए हों।
उन्होंने सदन को आश्वासन दिया कि ईरान से तेल आयात के मुद्दे पर भारत की संप्रभुता से कभी समझौता नहीं किया जाएगा। रेड्डी ने कहा कि भारत ईरान से तेल आयात करता आया है और आगे भी करता रहेगा। ईरान से कम तेल लेना है या अधिक, यह मांग पर निर्भर करेगा। तेल कंपनियां तय करेंगी। इन चीजों की निगरानी सरकार नहीं बल्कि तेल कंपनियां करती हैं। हिलेरी ने सुझाव दिया था कि भारत को ईरान से तेल आयात कम से कम करना चाहिए ताकि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर उस पर दबाव बनाया जा सके।
(एजेंसी)
First Published: Friday, May 11, 2012, 11:37