Last Updated: Monday, January 9, 2012, 12:54
नई दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) ने भुगतान मुद्दे के चलते ईरान से कच्चे तेल की खरीद स्थगित कर दी है। उल्लेखनीय है कि तुर्की ने ईरान को कच्चे तेल के भुगतान की सुविधा देने से इनकार कर दिया है। इससे भारत सरकार के समक्ष एक बार फिर भुगतान की वैकल्पिक प्रणाली तलाशने की चुनौती खड़ी हो गई है। ईरान, भारत को दूसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है।
बीपीसीएल ने पिछले साल ईरान से हर दिन 20,000 बैरल कच्चा तेल खरीदना शुरू किया था। लेकिन तुर्की के सरकारी नियंत्रण वाले हल्कबैंक ने ईरान को भुगतान के लिए उसका खाता खोलने से इनकार कर दिया। यह बैंक भारतीय रिफाइनरियों एस्सार आयल व मंगलौर रिफाइनरी को यह अनुमति दे चुका है।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि बीपीसीएल 12 दिसंबर की तय तारीख पर ईरान को 10.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर का भुगतान नहीं कर पाई। उसने भुगतान प्रणाली को अंतिम रूप दिए जाने तक ईरान से तेल की खरीद रोकने का फैसला किया है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ईरान को केंद्रीय बैंकों के जरिए भुगतान की प्रणाली रद्द किए जाने के बाद भारतीय रिफाइनरियों ने जुलाई 2011 से हल्कबैंक का इस्तेमाल करना शुरू किया था। भारत को आशंका है कि अमेरिका द्वारा ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंधों से तुर्की इस भुगतान प्रणाली को रोकने के लिए दबाव में आ सकता है। यूरोपीय संघ भी इस बारे में कड़े कदमों की घोषणा महीने के अंत तक करेगा।
सूत्रों ने बताया कि रिफाइनरी कंपनियों के अधिकारियों व व तेल मंत्रालय के अधिकारियों ने ईरानी तेल आयात के भुगतान के लिए वैकल्पिक प्रणाली पर आज चर्चा की। रिजर्व बैंक, पेट्रोलिय मंत्रालय, वित्त मंत्रालय व रिफाइनरियों के अधिकारियों का एक दल 16 जनवरी को ईरान जाने वाला है जो वैकल्पिक भुगतान प्रणाली पर चर्चा करेगा। रिफाइनरियों ने ईरान से खरीदे जाने वाले 3,70,000 बैरल प्रतिदिन तेल का कुछ हिस्सा वैकल्पिक आपूर्तिकर्ताओं से लेने के लिए भी बातचीत शुरू की है। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 9, 2012, 18:24