Last Updated: Saturday, September 8, 2012, 22:59

चेन्नई : राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि उद्योग और व्यापार में नकारात्मक सोच बनने से ज्यादा खतरनाक देश की अर्थव्यवस्था के लिए और कुछ नहीं हो सकता। मद्रास चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज :एमसीसीआई: द्वारा उनके सम्मान में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि भारत मौजूदा वैश्विक आर्थिक संकट से अपने आपको बचाने में समर्थ रहा है।
उन्होंने कहा, ‘उद्योगों में नकारात्मक धारणा बनने से ज्यादा खतरनाक और कुछ नहीं हो सकता। मुझे पूरा भरोसा है कि उद्योग जगत हिम्मत, साहस और भरोसे के साथ विकास प्रक्रिया को आगे बढ़ाते रहेंगे।’ वैश्विक आर्थिक संकट का हवाला देते हुए मुखर्जी ने, जो कुछ दिन पहले तक वित्त मंत्री थे, ने कहा कि भारत पर स्थिति का प्रतिकूल असर दिखा, लेकिन सरकार की चौकस राजकोषीय नीति, आर्थिक क्षेत्र के प्रबंधन और अपनी आंतरिक ताकत के कारण देश काफी हद तक अर्थव्यवस्था को सुरक्षित रखने में सफल रहा है।
उन्होंने कहा, ‘हमारा घरेलू बाजार बहुत बड़ा है और यहां प्राकृतिक, मानव और बौद्धिक संसाधन बहुतायत में उपलब्ध है।’ मुखर्जी ने कहा कि वह शिक्षा को पहला स्थान देना चाहेंगे और सतत विकास, पर्यावरण अनुकूल भवन, रिहायशी भवन, कापरेरेट कार्यालय और इसकी तरह की परियोजनाओं को प्राथमिकता देना चाहेंगे ताकि पर्यावरण की रक्षा कर जा सके। उन्होंने कहा, ‘पौधा रोपण के सामान्य सामुदायिक समारोह से लेकर हमारे पर्यावास और कीमती विरासत को बचाने के दीर्घकालिक कार्यक्रम यक आपकी कोशिश बहुत दूर तक जाएगी।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 8, 2012, 22:59