Last Updated: Monday, May 13, 2013, 23:02
बैंगलूर : साफ्टवेयर उद्योग की शीर्ष संस्था नास्कॉम के अध्यक्ष सोम मित्तल ने आज कहा कि दुनियाभर में एटीएम में सेंधमारी एकबारगी घटना है और इसे भारत के साथ जोड़ना गलत है। इस सेंधमारी में एटीएम से एक झटके में 4.50 करोड़ डालर निकाल लिये गये।
नास्कॉम के अध्यक्ष ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मेरा मानना है कि एक बार हुई घटना है और मुझे लगता है कि इसे भारत से जोड़ना गलत है।’’ मित्तल ने कहा साइबर अपराध पूरी दुनिया में चिंता का विषय है। इससे पहले काफी सुरक्षित कंप्यूटर प्रणाली की हैकिंग और उसमें सेंध लगाने की भी घटनायें हुई हैं।
मित्तल ने कहा कि सुरक्षा अ5यास के मामले में भारत काफी सतर्क रहा है और भारतीय आईपी अधिनियम भी पुख्ता बनाया गया है जिससे प्रवर्तन और विधान वास्तव में बेहतर हुआ है।
इस बीच, नयी दिल्ली से प्राप्त जानकारी के अनुसार 4.50 करोड़ डालर की वैश्विक एटीएम चोरी की घटना की भारतीय कंप्यूटर आपात प्रतिक्रिया टीम ने जांच शुरू कर दी है। इसमें दो भारतीय कंपनियों के सुरक्षा डाटा में भी सेंध लगी है। साइबर हमलों पर नजर रखने वाली यह संस्था भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिये सुधारात्मक कदम भी उठायेगी।
अमेरिकी न्यायालय के दस्तावेज के अनुसार एक आपराधिक गिरोह ने दो बार दुनियाभर में कुछ ही घंटों के अंतराल में एटीएम में सेंधमारी की जिसमें पिछले साल 21 दिसंबर को 50 लाख अमेरिकी डालर और फिर इस साल 19 फरवरी को चार करोड़ डालर निकाल लिये गये।
भारत में पुणे मुख्यालय वाली इलेक्ट्राकार्ड सिस्टम्स और बेंगलूर की एनस्टेज दोनों पर ही इससे प्रभावित हुई। ये दोनों ही कंपनियां अपने ग्राहकों जैसे बैंक और अन्य लेनदेन प्रक्रिया के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखती हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 13, 2013, 23:02