Last Updated: Monday, December 12, 2011, 08:46
नई दिल्ली : सरकार ने सोमवार को कहा कि भारतीय खाद्य निगम में अन्न भंडारण के स्थान की कमी के कारण गेहूं और चावल का कोई स्टाक क्षतिग्रसत नहीं हुआ, लेकिन वर्ष 2011.12 में विभिन्न कारणों से।,346 टन खाद्यान्न क्षतिग्रस्त हो गया है।
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री प्रो. केवी थॉमस ने राज्यसभा को बताया कि भारतीय खाद्य निगम ने सूचित किया है कि उसके यहां अन्न भंडारण के स्थान की कमी के कारण गेहूं और चावल का कोई स्टाक क्षतिग्रसत नहीं हुआ, लेकिन वर्ष 2011-12 में विभिन्न कारणों से 1346 टन खाद्यान्न क्षतिग्रस्त हो गया है। उन्होंने एन. बालगंगा के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि एफसीआई के पास केंद्रीय पूल के खाद्यान्न के संग्रह के लिए कुल संग्रह क्षमता एक अक्टूबर 2011 तक 628 लाख टन थी और केंद्रीय पूल का स्टाक 517 लाख टन था।
थॉमस ने कांजीभाई पटेल के प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि एफसीआई के पास अपनी और किराए की संग्रह क्षमता 333 लाख टन है। एक अक्तूबर 2011 की स्थिति के अनुसार, राज्य एजेंसियों के पास 295 लाख टन भंडारण क्षमता थी।
(एजेंसी)
First Published: Monday, December 12, 2011, 17:16