Last Updated: Monday, October 31, 2011, 16:06
नई दिल्ली : एयर इंडिया (एआई) के 100 से अधिक पायलटों ने विमानन कंपनी छोड़ने की धमकी दी है। उनके ऐसा करने से सार्वजनिक क्षेत्र की इस एयरलाइन की सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। इन पायलटों ने एयरलाइन के प्रबंध तंत्र पर भेद-भावपूर्ण रवैया अपनाने और उनकी प्रगति में बाधा आरोप लगाया है।
यह घोषणा बोईंग ड्रीमलाईनर उड़ाने के लिए पायलटों का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होने से चार दिन पहले हुई है। पहला बोईंग 787 ड्रीमलाईनर विमानन कंपनी में दिसंबर से आने वाला है। एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रोहित नंदन को लिखे एक पत्र में इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) से संबद्ध करीब 100 पायलटों ने कहा कि वे अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए मजबूत हैं ताकि कहीं और नौकरी ढूंढी जा सके। इस पत्र की प्रति नागर विमानन मंत्री वायलार रवि, अन्य अधिकारियों और मुंबई के क्षेत्रीय श्रम आयुक्त को भेजा गया।
एयर इंडिया के अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि आईपीजी के अधिकारी अभी प्रबंधन के साथ बातचीत कर रहे हैं और उम्मीद है कि मामला सुलझा लिया जाएगा। आईपीजी में विलय पूर्व एयर इंडिया के करीब 200 पायलट हैं जबकि पूर्ववर्ती इंडियन एयरलाईंस के भारतीय वाणिज्यिक पायलट संघ 1,400 पायलट हैं। इन 1,400 पायलट ने इस साल अप्रैल-मई के दौरान हड़ताल की थी।
(एजेंसी)
First Published: Monday, October 31, 2011, 21:53