Last Updated: Friday, February 17, 2012, 14:49
मुंबई : नकदी के संकट से जूझ रही एयर इंडिया को कर्ज देने वाले बैंकों ने उस पर बकाया 18,000 करोड़ रुपए के अपने कर्ज को पुनर्गठित करने की एक योजना को आज मंजूरी दी। ये संस्थान इस सरकारी एयरलाइन को 2,200 करोड़ रुपए का नया कर्ज दी देने को तैयार हो गए हैं।
बैंकिंग सूत्रों ने यहां बताया कि इस योजना के तहत एयर इंडिया इन बैंकों को 7,400 करोड़ रुपए के गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करेगी। समय पूरा होने पर एयरलाइन की ओर से इन डिबेंचरों का धन वापस किए जाने की जिम्मेदारी सरकार लेगी। सूत्रों के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक :एसबीआई: के नेतृत्व वाले 13 बैंकों के कंसोर्टियम ने बीमार कंपनी को रोजमर्रा का काम चलाने के लिए 2,200 करोड़ रुपए का रिण देने पर भी सहमति जताई है।
बैंकों ने यह मंजूरी, वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की अध्यक्षता वाले मंत्रिसमूह द्वारा एयर इंडिया को 7,400 करोड़ रुपए जुटाने की अनुमति के 10 दिन बाद दी है। मंत्रिसमूह ने सरकारी गारंटी वाले गैर परिवर्तनीय डिबेंचर के जरिए ये 7,400 करोड़ रुपए जुटाने की मंजूरी दी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डिबेचर की कूपन दर 8.5 - नौ फीसद होगी और वित्तीय संस्थान ये बांड खरीद सकते हैं। यह राष्ट्रीय विमानन कंपनी की वित्तीय पुनर्गठन योजना का अंग होगा जिसकी मंजूरी मंत्रिसमूह ने सात फरवरी को दी ।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ऐसे बांड जारी करने की अनुमति देगा। आधिकारिक आंकड़ों स्पष्ट है कि एयरइंडिया पर 67,520 करोड़ रुपए का बकाया है जिसमें से 21,200 करोड़ रुपए रोजमर्रा के कामकाज के लिए लिया गया कर्ज, 2200 करोड़ रुपए का विमान अधिग्रहण के लिए दीर्धकालिक रिण है और 4,600 करोड़ रुपए आपूर्तिकर्ताओं का बकाया है। कंपनी का संचयी नुकसान 20,320 करोड़ रुपए का है। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 17, 2012, 20:20