एसबीआई ने निर्यात ऋण आधा फीसदी किया सस्ता

एसबीआई ने निर्यात ऋण आधा फीसदी किया सस्ता

एसबीआई ने निर्यात ऋण आधा फीसदी किया सस्ता मुंबई : वैश्विक बाजारों में मंदी का समाना कर रहे घरेलू निर्यातकों की बहुअपेक्षित सहायता के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने निर्यात ऋण पर ब्याज ब्याज 0.5 फीसद कम कर दिया है। देश के इस सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक के इस निर्णय से पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक और ऋण नीति की मध्य तिमाही समीक्षा में बैंकों के लिए निर्यात ऋण हेतु पुनर्वित्त की सीमा में भारी इजाफा किया था।

एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने कहा कि बैंक ने निर्यातकों के लिए ऋण पर ब्याज आधा फीसद कम कर दिया है। नई दरें पिछले शनिवार से लागू हो गई है। पिछले शनिवार को हुई परिसंपत्ति देनदारी समिति (आल्को) की बैठक में इस बारे में फैसला किया गया। निर्यात ऋण बैंकों की आधार दर से जुड़ा होता है और बैंक इसे आधार दर से 2.5 से 6 प्रतिशत तक ऊंचा रखते हैं। एसबीआई की आधार दर 10 प्रतिशत है।

भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले सप्ताह मध्य तिमाही समीक्षा में निर्यात ऋण पुनवित्त (ईसीआर) सुविधा को 15 से बढ़ाकर 50 फीसद कर दिया था। अनुमान है कि इससे बैंकों को निर्यात ऋण के लिए 30,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि उपलब्ध हुई है।

ईसीआर सुविधा पर ब्याज दर रेपो दर के बराबर 8 प्रतिशत है। नकदी की तंगी के चलते बैंक आज कल नकदी समायोजन सुविधा के तहत रेपो दर पर रिजर्व बैंक से प्रतिदिन औसतन एक लाख करोड़ रुपये का उधार ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि एसबीआई ने हाल में शीर्ष कंपनियों, लघु एवं मझोले उद्योगों तथा कृषि ऋण ग्राहकों के लिए ब्याज दरों में 3.5 प्रतिशत तक की कटौती की थी, जो एक जून से प्रभावी हो गई है। लेकिन व्यक्तिगत ग्राहकों के लिए ब्याज दरों में कटौती नहीं की गई है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, June 28, 2012, 15:07

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