Last Updated: Saturday, May 12, 2012, 15:13
मेलबर्न : आस्ट्रेलिया के अमीरों को अब एक नया ‘करोड़पति कर’ देना पड़ सकता है। देश के ताकतवर श्रमिक संघों ने सरकार पर इस तरह का कर लगाने के लिये दबाव बनाया है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के तथाकथित ‘बफे रूल’ की तरह कर लगाने का दबाव बनाया है।
ऑस्ट्रेलियन काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (एसीटीयू) एक सुधार पर बातचीत कर रहे हैं जिनमें कम और मध्यम आय वर्ग पर पड़ने वाले कर का बोझ करोड़पतियों और अरबपतियों पर डाला जाएगा। श्रमिक संगठनों का मानना है कि देश में खनन क्षेत्र के अरबपतियों जैसे क्लाईव पामर, एंड्रयू फारेस्ट और अन्य अपनी रिटर्न में इस मद में कर देना चाहिए। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
एसीटीयू के सहायक महासचिव टिम लॉयन्स ने कहा, ‘जहां तक अति धनी व्यक्तियों पर कर लगाने की बात है तो उसे लिहाज से आयकर प्रणाली में बिल्कुल समानता नहीं है।’ बहरहाल, श्रमिक संगठन इस मुद्दे पर अगले सप्ताह सिडनी में होने वाली बैठक में चर्चा करेंगे। संगठन के सहायक महासचिव टिम लायंस ने कहा संघीय बजट में कर सुधारों की घोषणा की गई लेकिन धनी लोग कर का उचित हिस्सा अदा करें इस दिशा में अभी और किया जाना बाकी है।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, May 12, 2012, 20:43