Last Updated: Friday, April 20, 2012, 15:26
वाशिंगटन: भारत ने अपने कर कानूनों में पिछले समय किए गए कुछ संशोधनों पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि यह दोहरे कराधान का मामला नहीं है। बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि कम्पनियां अपने वाजिब कर का भुगतान करें।
भारतीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को अपने अमेरिकी समकक्ष टिमोथी गेटनर के साथ हुई बैठक में कर कानूनों में संशोधनों पर स्थिति स्पष्ट की। गेटनर ने इस मसले को मुखर्जी के समक्ष उठाया था। अमेरिकी कम्पनियों ने चिंता जताई है कि संशोधन भारत के निवेश माहौल को उनके लिए खराब बना देंगे।
अमेरिकी चैम्बर ऑफ कॉमर्स, अमेरिका-भारत व्यापार परिषद एवं फाइनेंसियल सर्विसेज फोरम सहित दर्जन भर अमेरिकी कारोबारी समूहों ने इस मसले को मुखर्जी के समक्ष उठाने का अनुरोध किया था। ज्ञात हो कि विश्व बैंक एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की वार्षिक वसंत बैठकों में शामिल होने के लिए मुखर्जी इस समय वाशिंगटन में हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, April 20, 2012, 21:05