Last Updated: Thursday, January 5, 2012, 15:55
नई दिल्ली : नकदी संकट से जूझ रही निजी क्षेत्र की एयरलाइन किंगफिशर के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने उसे एक फंसा कर्ज करार दिया है। एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि किंगफिशर हमारे लिए गैर निष्पादित आस्ति (एनपीए) है, वे डिफाल्टर हैं। कई बैंकों के गठजोड़ ने किंगफिशर को कर्ज दिया हुआ है और इसमें एसबीआई अगुवा है।
एसबीआई ने किंगफिशर एयरलाइंस को 1,457.78 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। इसके बाद आईडीबीआई बैंक का कंपनी पर 727.63 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक का 710.33 करोड़ रुपये, बैंक आफ इंडिया का 575.27 करोड़ रुपये और बैंक आफ बड़ौदा का 537.51 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है।
चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर की तिमाही में एयरलाइन को 469 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। हालांकि इस दौरान उसकी आमदनी 10.2 प्रतिशत बढ़कर 1,528 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। 31 मार्च, 2011 को समाप्त वित्त वर्ष में किंगफिशर को 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हुआ था।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, January 5, 2012, 21:25