Last Updated: Monday, October 8, 2012, 00:31

नई दिल्ली : देश की एयरलाइंस कंपनियां बेशक इस समय भारी नकदी संकट से जूझ रही हैं, लेकिन इन एयरलाइनों के शीर्ष अधिकारियों को अच्छा वेतन मिला है जबकि विजय माल्या की अगुवाई वाले यूबी समूह में किंगफिशर एयरलाइंस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) दूसरी एयरलाइनों के अपने समकक्ष अधिकारियों के बीच दूसरे सबसे अधिक वेतन पाने वाले सीईओ हैं।
यही नहीं अपने समूह में भी समकक्ष अधिकारियों में वेतन पैकेज के मामले में किंगफिशर के सीईओ दूसरे स्थान पर हैं।
देश की तीन सूचीबद्ध विमानन कंपनियों में 31 मार्च, 2012 को समाप्त वित्त वर्ष में किंगफिशर के सीईओ संजय अग्रवाल का वेतन पैकेज दूसरे स्थान पर रहा। विभिन्न कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराई गई अपनी सालाना रिपोर्ट में यह जानकारी मिली है।
किंगफिशर को हाल में अस्थायी रूप से परिचालन बंद करना पड़ा है। वेतन का भुगतान न किए जाने की वजह से कंपनी के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं, जिसके मददेनजर कंपनी को यह कदम उठाना पड़ा है।
वहीं, अग्रवाल का कहना है कि गत अप्रैल से उन्हें भी वेतन नहीं मिला है। वित्तीय वर्ष 2011-12 में अग्रवाल का पैकेज करीब 4 करोड़ रुपए था। जबकि वित्तीय वर्ष 2010-11 में उनका पैकेज 2.12 करोड़ रुपए था।
यूबी समूह की सात सूचीबद्ध कंपनियों की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, उसके चेयरमैन एवं प्रवर्तक विजय माल्या को समूह की विभिन्न कंपनियों से सालाना 1.43 करोड़ रुपए का वेतन मिला। यूबी समूह में यूनाइटेड ब्रेवरेज के प्रबंध निदेशक कल्याण गांगुली समूह में अपने समकक्षों में सबसे ज्यादा वेतन पाने वालों में हैं। गांगुली का वेतन पैकेज 2011-12 में बढ़कर 6.7 करोड़ रुपए हो गया, जो 2010-11 में 4.51 करोड़ रुपए था।
वहीं दूसरी ओर अन्य एयरलाइन कंपनियों में कलानिधि मारन की अगुवाई वाले स्पाइसजेट के प्रमुख नील रेमंड मिल्स का वेतन तो इस दौरान 1.75 करोड़ रुपए के इजाफे के साथ 4.98 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
तीसरी सूचीबद्ध कंपनी जेट एयरवेज के कार्यकारी निदेशक सरोज दत्ता ने सितंबर, 2011 में कंपनी के कार्यकारी निदेशक का पद छोड़ दिया था। इस तरह वित्त वर्ष 2011-12 के मात्र छह माह में उन्हें 2.11 करोड़ रुपए का वेतन दिया गया। यह 2010-11 के पूरे वित्त वर्ष के 1.69 करोड़ रुपए के वेतन पैकेज से भी ज्यादा है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 7, 2012, 18:04