Last Updated: Monday, June 3, 2013, 09:51

मुंबई : किंगफिशर एयरलाइंस के मुख्य सूचना अधिकारी समेत तीन वरिष्ठ कार्यकारियों ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया। ये इस्तीफे ऐसे समय दिये गये हैं, जबकि कंपनी के कुछ पायलटों ने बकाये वेतन के मुद्दे पर अपना आंदोलन फिर शुरू करने की चेतावनी दी है। इनका वेतन 10 महीने से बकाया है।
किंगफिशर एयरलाइंस सूत्रों ने कहा, ‘‘एयरलाइंस के मुख्य सूचना अधिकारी सौरव सिन्हा, उड़ान परिचालन प्रमुख कैप्टन रोनाल्ड नागर तथा केबिन क्रू के प्रमुख अजित भागचंदानी ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया।’’ इससे पहले, किंगफिशर एयरलाइंस के कार्यकारी उपाध्यक्ष हितेश पटेल तथा विमान रखरखाव मामलों के प्रमुख मुरली रामचदं्रन ने विजय माल्या की अगुवाई वाली कंपनी से खुद को अलग कर लिया था।
निजी विमानन कंपनी ने पिछले साल अगस्त से अपने कर्मचरियों को वेतन नहीं दिया। कंपनी की उड़ानों का परिचालन भी अक्तूबर से ठप है। उसके उड़ान लाइसेंस की अवधि पिछले साल 31 दिसंबर को समाप्त हो गयी। हालांकि, इसे दो साल में नवीनीकरण किया जा सकता है।
पिछले महीने, किंगफिशर एयरलाइंस ने डीजीसीए को नई पुनर्गठन योजना पेश की थी जिसमें परिचालन शुरू करने की अनुमति मांगी गयी थी। लेकिन नियामक ने इसे अब तक स्वीकार नहीं किया है।
सूत्रों के अनुसार इन कार्यकारियों के अलावा कुछ पायलटों तथा इंजीनियरों ने पिछले एक महीने में विमानन कंपनी छोड़ दी है क्योंकि उन्हें इसके पुनर्गठन को लेकर कोई उम्मीद नहीं दिखती।
सूत्रों के अनुसार इस बीच, किंगफिशर एयरलाइंस के मुंबई स्थित पायलट वेतन भुगतान नहीं होने को लेकर आंदोलन फिर से शुरू करने की योजना बना रहे हैं। रणनीति तैयार करने के लिये उनकी कल यहां बैठक हो सकती है। एयरलाइन के एक पायलट ने कहा, ‘‘हमारा जुलाई 2012 का वेतन मार्च में दिया गया और तबसे हमें कोई भुगतान नहीं मिला है। वेतन भुगतान के मामले में प्रबंधन चुप्पी साधे हुए है। हमने आगे की रणनीति तैयार करने के लिये सोमवार को आंतरिक बैठक बुलायी है।’’ कंपनी को वित्त वर्ष 2012-13 में 4,001-12 करोड़ रपये का शुद्ध घाटा हुआ। कंपनी पर बैंकों का 7,000 करोड़ रपये बकाया है। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 3, 2013, 09:51