Last Updated: Monday, January 9, 2012, 14:57
नई दिल्ली : निजी क्षेत्र की किंगफिशर एयरलाइंस ने सुरक्षा मुद्दे पर खिंचाई के बाद चिन्हित चूक व विसंगतियों को दूर करने के लिए समयबद्ध योजनाएं सोमवार को नियामक डीजीसीए को सौंपी।
नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने दोहराया है कि विमानन सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। इस बीच किंगफिशर के अधिकारियों ने यहां नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) में कंपनी का विस्तृत जवाब सौंपा लेकिन इसका ब्यौरा नहीं मिल पाया है।
डीजीसीए ने वित्तीय आडिट के दौरान किंगफिशर सहित विभिन्न कंपनियों द्वारा सुरक्षा मोर्चे पर विसंगतियों व चूकों की एक लंबी सूची बनाई थी। महानिदेशालय ने इन कपंनियों से सभी मुद्दों को समयबद्ध तरीके से सुलझाने को कहा है।
डीजीसीए ने कंपनियों से अपने निष्कर्षों पर सप्ताह भर में जवाब देने तथा हालात में सुधार के लिए त्वरित कदम उठाने को कहा है।
वहीं विमानन मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, नागर विमानन मंत्रालय सुरक्षा नियमों के किसी भी उल्लंघन को सहन नहीं करेगा। विमानन सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने यहां एक सवाल के जवाब में कहा, मूल रूप से पायलटों तथा सहचालकों आदि के लिए अधिक प्रशिक्षण की जरूरत होती है। सभी कंपनियों को यह करना होता है। लेकिन पिछले कुछ साल में यह उद्योग इतनी तेजी से बढा है कि कुछ देरी हो रही है। वित्तीय निगरानी रिपोर्ट में किंगफिशर के साथ एयर इंडिया एक्सप्रेस की भी आलोचना की है। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 9, 2012, 20:27