Last Updated: Wednesday, June 19, 2013, 12:43

नई दिल्ली : खाद्यान्न की बढ़ती मांग के बीच उत्पादन स्थिर रहने से चिंतित कृषि मंत्री शरद पवार ने उपज बढ़ाने के लिए जीन संवर्धन (जीएम) जैसी नई प्रौद्योगिकी अपनाने पर जोर दिया है। रोम में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा, नई प्रौद्योगिकी विशेष रूप से जीन संवर्धन को ज्यादा आक्रामक तरीके से इस्तेमाल किया जाना चाहिए, जिससे उपज बढ़ाई जा सके। पवार ने एक बयान में कहा कि इससे कृषि अनुसंधान वाले उत्पाद आसानी से उचित दर पर उपलब्ध हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादन बढ़ाकर अंतर को पाटने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन यह चिंता का विषय है कि विभिन्न फसलों में अधिक प्रति हेक्टेयर उपज हासिल नहीं हो पा रही है और यह स्थिर बना हुआ है।
पवार ने अंतरराष्ट्रीय कृषि अनुसंधान सलाहकार समूह (सीजीआईएआर) को मजबूत बनाने पर जोर दिया। हालांकि, कृषि मंत्री ने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद भारतीय कृषि काफी तेजी से आगे बढ़ी है।
खाद्य विधेयक के बारे में पवार ने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ी खाद्य एवं पोषण कार्यक्रम है। प्रस्तावित कानून से 80 करोड़ लोगों को बेहद सस्ती दरों पर उचित मात्रा में खाद्यान्न हासिल करने का कानूनी अधिकार मिलेगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, June 19, 2013, 12:43