Last Updated: Tuesday, March 13, 2012, 08:00
नई दिल्ली : लाइलाज बीमारी कैंसर से जूझ रहे मरीजों के लिए एक अच्छी खबर है। हैदराबाद की दवा बनाने वाली कंपनी नेटको फार्मा को कैंसर दवा नेक्सावर बनाने व मौजूदा कीमत से 30 प्रतिशत कम में बेचने की इजाजत दी गई है। उल्लेखनीय है कि इस दवा का पेटेंट बेअर कॉरपोरेशन के पास है।
सरकार के इस कदम से किडनी और लीवर कैंसर के मरीजों को काफी फायदा मिलेगा। यह आदेश विश्व व्यापार संगठन के टीआरआईपीएस समझौते की अनुपालना में इंडिया पेटेंट्स ऑफिस ने अनिवार्य लाइसेंस के तौर पर इंडिया पेटेंट्स एक्ट की धारा 84 के तहत जारी किया है। कंट्रोलर ऑफ पेटेंट्स पीएच कुरियन ने अपने आदेश में कहा है कि भारत में 2008 में पेटेंट मिलने के बावजूद बेअर ने इस दवा की बिक्री को बढ़ाने के लिए अधिक कुछ नहीं किया है। बेअर ने 2008 में यह दवा आयात नहीं की वहीं 2009 व 2010 में थोड़ी मात्रा में ही आयात की।
नेटको को यह दवा 120 टेबलेट्स के पत्ते को 8,880 रुपए में बेचने की इजाजत दी गई है। एक मरीज को अमूमन एक माह में 120 टेबलेट की जरूरत पड़ती है। वहीं बेअर अभी इतनी ही दवा करीब 2.80 लाख रूपए में बेच रहा है। सरकार के इस सकारात्मक पहल से आम आदमी भी इस जीवन रक्षक दवा को खरीद सकेगा।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 13, 2012, 13:30