Last Updated: Saturday, November 3, 2012, 21:59
नई दिल्ली : रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आज कहा कि उसने केजी डी-6 गैस फील्ड पर कंपनी के खर्चों का कैग से अंकेक्षण कराने के सरकार के अधिकार का कभी भी विरोध नहीं किया। लेकिन कंपनी को उम्मीद है कि यह अंकेक्षण ‘कार्य निष्पादन का अंकेक्षण’ नहीं होगा।
कंपनी ने शनिवार शाम जारी एक बयान में कहा, ‘आरआईएल ने कैग सहित किसी भी एजेंसी से अंकेक्षण कराने के सरकार के अधिकार का कभी भी विरोध नहीं किया जैसा कि पीएससी की लेखांकन प्रक्रिया की धारा 1.9 में दिया गया है।’ कंपनी ने यह उल्लेख करते हुए कि वह एक निजी आपरेटर है और उत्पादन बंटवारा अनुबंध के तहत काम कर रही है, कहा कि ‘कंपनी कैग की रिपोर्ट में दिए गए इस बयान की सराहना करती है कि वह निजी कंपनियों के निष्पादन का अंकेक्षण नहीं करता।’ आरआईएल को उम्मीद है कि इस आडिट में कैग सरकार पर लागू कार्यनिष्पादन के आडिट के तरीकों का प्रयोग नहीं करेगा।
कंपनी ने कहा कि उसे अपनी तकनीकी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है और वह तेल एवं गैस क्षेत्र में गहरे जल में परिचालन की जटिलताओं की आवश्यक समझ रखने वाले विशेषज्ञों की ओर से उस पर की गयी टिप्पणियों का स्वागत करेगी। आरआईएल ने कहा है कि उसने सरकार द्वारा बिढाए गए किसी भी अंकेक्षक के साथ बराबर सहयोग किया है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 3, 2012, 21:59