Last Updated: Friday, April 12, 2013, 12:49

नई दिल्ली : अंडा और मांस-मछली जैसे प्रोटीन वाले खाद्यों में नरमी के चलते खुदरा मुद्रास्फीति में पिछले पांच से लगातार हो बढ़ोतरी मार्च में थम गयी और आलोच्य माह में यह घट कर 10.39 फीसद पर आ गई।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में 10.91 फीसद थी। मार्च लगातार चौथा महीना रहा जबकि खुादरा मुद्रास्फीति दर प्रतिशत से उपर है।
मार्च में सब्जी वर्ग की मुद्रास्फीति घटकर 12.16 फीसद रही जबकि फरवरी में यह 21.29 फीसद थी। इस महीने प्रोटीनयुक्त उत्पादों - अंडा, मांस और मछली - वर्ग की मुद्रास्फीति 14.36 फीसद तथा तेल एवं वसायुक्त उत्पादों की महंगाई दर वाषिर्क आधार पर 11.72 फीसद रही।
आज जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक आलोच्य माह में अनाज वर्ग की मुद्रास्फीति 17.55 रही जो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक :सीपीआई: के सभी खंडों में सबसे उंची रही।
दाल दलहन वर्ग की मुद्रास्फीति 11.38 फीसद रही। मार्च में चीनी की खुदरा कीमतें एक साल पहले की तुलना में 11.65 फीसद उंची रहीं। कपड़े और जूते-चप्पल के खंड में मंहगाई दर इस माह 10.64 फीसद थी।
शहरी इलाकों संबंधी खुदरा मुद्रास्फीति मार्च में घटकर 10.38 फीसद पर आ गई जबकि पिछले माह यह 10.84 फीसद थी। ग्रामीण क्षेत्र संबंधी मुद्रास्फीति मार्च 2013 में घटकर 10.33 फीसद पर आ गयी जो फरवरी में 11.01 फीसद थी।
थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े सोमवार को आने की उम्मीद है। फरवरी में सकल मुद्रास्फीति 6.84 फीसद थी जो अभी ज्यादा मानी जा रही है। रिजर्व बैंक 6 प्रतिशत से उंची थोक मूल्य मुद्रास्फीति को आरादेह नहीं मानता ।
इस बीच औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर फरवरी,2013 में घट कर 0.6 फीसद पर सिमट गयी । पिछले साल के इसी महीने औद्योगिक उत्पादन में सालाना स्तर पर 4.3 फीसद की वृद्धि दर्ज की गयी थी।
रिजर्व बैंक तीन मई को पेश होने वाली सालाना मौद्रिक नीति में मद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन के इन आंकड़ों को ध्यान में रख सकता है। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 12, 2013, 12:49