गार टालने की सिफारिश से बाजार में आ सकती है तेजी

गार टालने की सिफारिश से बाजार में आ सकती है तेजी

गार टालने की सिफारिश से बाजार में आ सकती है तेजीनई दिल्ली : सामान्य कर परिवर्जन रोधी नियमों (गार) लागू करने की योजना तीन साल टालने और इसके कुछ महत्वपूर्ण प्रावधानों में संशोधन के की विशेषज्ञ समिति की सिफारिश से सोमवार को शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिल सकती है।

बावजूद इसके सस्ताह के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बने रहने के आसार हैं। घरेलू मोर्चे पर राजनीतिक खींचतान के बीच अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चैयरमेन बेन बर्नांके का व्याख्यान भी बाजार की दशा व दिशा को प्रभावित करेगा।

बर्नांके ने 31 अगस्त को जेक्सन होल व्याख्यान में अमेरिका के समझ आर्थिक चुनौतियों को रेखांकित किया।

घरेलू मोर्चे पर सप्ताह के दौरान वाहन और सीमेंट कंपनियों के शेयर निवेशकों की निगाह में रहेंगे क्योंकि इन दो क्षेत्रों की कंपनियों की अगस्त की बिक्री के आंकड़े इनके शेयरों के भाव प्रभावित कर सकते हैं।

बाजार विश्लेषकों ने कहा कि निवेशक संसद में जारी गतिरोध को लेकर चिंतित हैं क्योंकि इस गतिरोध ने मानसून सत्र के शेष हिस्से के चलने की संभावना पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। मानसून सत्र सात सितंबर को समाप्त होने वाला है।

संसद में गतिरोध से अर्थिक नीतियों में सुधार की पहल की संभावनाएं भी धूमिल हो गई हैं।

वी.पी. बोनान्जा पोर्टफोलियो के राकेश गोयल ने कहा, संसद का मानसून सत्र कोयला ब्लॉक के आवंटन को लेकर भाजपा की आपत्ति और हंगामे के कारण लगभग ठप रहा। इसने एक बार फिर समय से नए आर्थिक सुधारों के अमल को लेकर आशंकाएं पैदा हो गई हैं। (एजेंसी)

First Published: Sunday, September 2, 2012, 15:46

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