Last Updated: Thursday, August 2, 2012, 21:07
नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग संस्था गोल्डमैन साक्स का कहना है कि इस सप्ताह पावर ग्रिड ठप होने से देश के 22 राज्यों में बिजली आपूर्ति ठप होने की स्थिति से देश के बिजली क्षेत्र में सुधारों को आगे बढ़ाने में उत्प्रेरक का काम कर सकती है। विद्युत क्षेत्र के सुधारों में वितरण कंपनियों की वित्तीय हालत में सुधार शामिल है।
इसी सप्ताह एक साथ तीन पावर ग्रिड के ठप होने से देश का आधे से अधिक हिस्से में बत्ती गुल हो गई थी। फर्म का कहना है कि बिजली वितरण खंड में सुधारों को शायद अधिक समय लगे क्योंकि 28 राज्यों में से अनेक में शीघ्र ही चुनाव होने हैं।
मंगलावर को उत्तरी, पूर्वी तथा पूर्वोत्तर ग्रिड एक साथ ठप हो गया था। इससे पहले सोमवार को उत्तरी ग्रिड ठप हो गया था। फर्म की रपट में कहा गया है कि इस संकट से बिजली क्षेत्र में सुधारों की अनिवार्यता एक बार फिर रेखांकित हुई है। बिजली संकट सुधारों को मजबूती से बढ़ाने के लिये उत्प्रेरक का काम कर सकता है।
इसमें कहा गया है कि ईंधन आपूर्ति मामले को सुलझाने का परिणाम बिजली उत्पादन क्षमता के अधिकतम उत्पादन के रूप में सामने आएगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 2, 2012, 21:07