Last Updated: Wednesday, September 18, 2013, 13:55
नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की कोटा व्यवस्था में सुधार के निर्णयों पर अमल के प्रति विकसित अर्थव्यवस्थाओं के ढुलमुल रवैए पर चिंता जाहिर करते हुए वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि जी-20 शिखर बैठकों के फैसले तत्परता से लागू किए जाएं ताकि संगठन पर भरोसा बना रहे।
उन्होंने यहां इक्रियर के एक समारोह में कहा, ज्यादातर विकसित देशों ने अब साफ कर दिया है कि वे बहुपक्षीय वित्तीय संस्थानों (मुद्राकोष, विश्वबैंक) की संचालन व्यवस्था व उनके पूंजीगत ढांचे में सुधार के प्रस्तावों पर आगे कदम बढाने को तैयार नहीं है। इससे जी-20 की विश्वसनीयता प्रभावित हुई है और अन्य मामलों में आगे बढ़ना भी मुश्किल हो गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि वैश्विक व्यवस्था के संचालन में जी20 की अर्थपूर्ण भूमिका सुनिश्चित करने के लिए यह जररी है कि जी-20 का दृष्टिकोष्ण सीधा और सटीक हो तथा वह खास कर आर्थिक एवं वित्तीय मामलों में कुछ अलग प्रभाव छोड़ने वाला हो।
उन्होंने कहा, महत्वपूर्ण यह है कि जी-20 बैठकों में लिए गए फैसलों को तेजी से आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा, दिसंबर 2013 में बाली में होने वाली विश्व व्यापार संगठन की मंत्री स्तरीय बैठक के मद्देनजर जी-20 के नेताओं ने विश्व व्यापार संगठन के सभी सदस्यों से लचीलापन दिखाने का आह्वान किया है ताकि बाली बैठक सफल हो।(एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 18, 2013, 13:55