Last Updated: Friday, April 19, 2013, 15:17
वाशिंगटन : जी-24 देशों ने ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों द्वारा एक विकास बैंक की स्थापना किये जाने के निर्णय का स्वागत किया है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के विषय में जी24 मंत्रियों समूह की कल समाप्त बैठक के बाद जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि विश्वबैंक समूह जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों ने अपने उद्देश्यों के लिए अच्छी भूमिका निभाई है पर आवश्यकताओं तथा कर्ज की मांग और पूर्ति में अंतर को देखते हुये वैकल्पिक पूरक तंत्र की भूमिका भी महत्वपूर्ण है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस संदर्भ में, (हम) ब्रिक्स देशों द्वारा नए विकास बैंक के समझौते का स्वागत करते हैं।
बयान में यह भी कहा गया है कि जी-24 यह भी चाहेगा कि प्रस्तावित बैंक का बहुपक्षीय वित्तीय संस्थाओं के साथ व्यापक संबंध हो।
बाद में मैक्सिको के वित्तमंत्री लुईस विदेगैरेरी ने संवाददताओं से कहा कि इस बैठक में दक्षिण अफ्रीका के वित्तमंत्री ने नये बैंक की स्थापना से संबंधित ब्रिक्स के फैसले की प्रगति की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि अभी यह ‘प्रारंभिक चरण’ में है।
बयान में कहा गया है कि विश्व में बुनियादी ढांचागत विकास के लिए धन की भारी आवश्यकता को देखते हुये दीर्घकालीन वित्तपोषण की व्यवस्था को नयी शक्ति और नई दिशा देने की जरूरत है।
जी-24 के देशों ने मुद्राकोष के काम-काज में सुधार की भी अपील की है। जी-24 के मंत्रियों ने माना है कि मुद्राकोष में धन का कोटा तय करने में ‘परिवर्तनशीलता’ की कसौटी में खामियां हैं और यदि इसके मौजूदा फर्मूला में बनाए रखना है तो इसका समाधान ऐसा होना चाहिए जो मुद्राकोष की धन की आवश्यकता को प्रतिबिंबित करे।
बयान में कहा गया है कि परितर्वनशीलता के मामले में कोई भी क्षतिपूर्ति करते समय कमजोर और गरीब देशों के कोटा में विस्तार के प्राथमिक लक्ष्य को ध्यान में रखा जाए।
मुद्राकोष में देशों के धन का कोटा और वोटिंग अधिकार तय करने में अर्थव्यवस्था के आकार, खुलापन, परितर्वनशीलता तथा आरक्षित कोष के आधार पर तय किया जाता है। परिवर्तनशीलता की मांप देश के चालू खाते की प्राप्तियों और शुद्ध पूंजीगत प्रवाह के आधार पर की जाती है। इस कसौटी को विदेशी मुद्रा के लिए मुद्राकोष पर देश की निर्भरता का पैमाना माना जाता है पर अधिकारियों का कहना है यह पैमाना पुराने आंकड़े इस ठोस सिद्ध नहीं होता। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 19, 2013, 15:17