Last Updated: Saturday, September 14, 2013, 20:01
नई दिल्ली : प्रसारण नियामक ट्राइ टीवी चैनलों के मूल्य निर्धारण की मौजूदा प्रणाली पर बातचीत शुरू करने पर विचार कर रहा है। प्रसारकों ने इस प्रणाली की खामियों के बारे में चिंता जाहिर की है।
ट्राइ के अध्यक्ष राहुल खुल्लर ने कहा ‘प्रसारकों ने पिछले सप्ताह मुझसे बात की थी। हम बातचीत शुरू करने और समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि वह इस मामले में अभी कोई आश्वासन नहीं दे सकते।
उन्होंने कहा कि मूल्य निर्धारण प्रणाली का मामला अभी भी अदालत में है। टीवी रेटिंग एजेंसियों के लिए दिशानिर्देश पर हाल में आई सिफारिशों के संबंध में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राइ) के अध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा प्रणाली खंडित हो चुकी थी अब इसे दुरस्त किया जा रहा है।
उन्होंने कहा ‘कुछ चीजें ठीक नहीं थीं मसलन टीआरपी प्रणाली, उन्हें ठीक किया जा रहा है। ग्राहकों की संख्या भी कम कर बताई जा रही थी, इसे भी दुरस्त किया जा रहा है।’ हालांकि, ट्राइ ने स्वनियमन का समर्थन किया है और अपना ध्यान टेलीविजन चैनलों की रेटिंग एजेंसियों के संबंध में अपने ताजातरीन सुझाव पर केंद्रित रखा है।
खुल्लर ने कहा कि कुछ राज्यों में केबल क्षेत्र के एकाधिकार जैसे भी कुछ अन्य मामले हैं जिन पर विचार किया जा रहा है। मीडिया में क्रास-होल्डिंग के मामले उन्होंने कहा ‘मुझे लगता है कि यह बहुत मुश्किल क्षेत्र है लेकिन इस पर विचार होना चाहिए क्योंकि हम वैसे ही काम नहीं करते रह सकते जैसे पहले करते रहे हैं।’
इस बीच स्टार इंडिया के मुख्य कार्यकारी उदर शंकर ने कहा कि चैनलों का मौजूदा मूल्य-निर्धारण कारोबार के लिहाज से और अच्छी गुणवत्ता वाले कार्यक्रम प्रसारित करने वाले चैनलों के लिए व्यावहारिक नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 14, 2013, 20:01