Last Updated: Monday, June 17, 2013, 19:37

नई दिल्ली : भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने राष्ट्रीय मोबाइल फोन रोमिंग शुल्क की दरें घटा दी हैं और सशर्त नि:शुल्क रोमिंग के कुछ प्लान को मंजूरी दी है। पर नियामने कहा है कि बिल्कुल मुफ्त रोमिक का समय अभी नहीं आया है।
उसकी इस पहल से सेल फोन रोमिंग शुल्क कम होंगे। नई दरें अगले महीने से लागू होंगी।
ट्राई ने 2007 में रोमिंग पर काल दरों की उच्चतम सीमा आउटगोइंग स्थानीय कॉल के लिए 1.40 रुपए प्रति मिनट तय की थी वहीं आउटगोइंग एसटीडी कॉल्स के लिए यह दर 2.40 रुपए प्रति मिनट रखी गई थी। ट्राई ने अब इन दरों को घटाकर क्रमश: एक रुपए प्रति मिनट और 1.50 रुपए प्रति मिनट कर दिया है।
इसी तरह राष्ट्रीय रोमिंग पर इनकमिंग कॉल्स की अधिकमत दर 1.75 रुपए प्रति मिनट से घटाकर 75 पैसे प्रति मिनट कर दी गई है।
ट्राई के बयान में कहा गया है, ‘राष्ट्रीय रोमिंग कॉल्स और एसएमएस के लिए उपरी सीमा घटा दी गयी है और एक नयी लचीली व्यवस्था शुरू की है जिसके जरिये सेवा प्रदाता विशेष दर वाउचरों (एसटीवी) और कॉम्बो वाउचरों के जरिये ग्राहक की जरूरत के हिसाब से रोमिंग दरों की पेशकश कर सकेंगे।’
इसके अलावा नियामक ने सभी ऑपरेटरों के लिए दो प्रकार के राष्ट्रीय नि.शुल्क रोमिंग प्लान की छूट दी है। ये बदलाव 1 जुलाई, 2013 से लागू होंगे।
ट्राई ने कहा, ‘ग्राहकों की संख्या और सेवा का इस्तेमाल बढ़ने से राष्ट्रीय रोमिंग से जुड़ी घटी है। लेकिन यह पूरी तरह समाप्त नहीं हो पाई है। राष्ट्रीय रोमिंग सुविधा उपलब्ध कराने में अभी भी वास्तविक लागत आती है।’
नियामक ने स्पष्ट किया है कि अभी मुफ्त रोमिंग की सुविधा प्रदान करना व्यवहारिक नहीं है। मुफ्त रोमिंग व्यवस्था होने पर दूरसंचार कंपनियों रोमिंग वाले ग्राहकों से अपनी लागत नहीं निकाल पाएंगी। ऐसे में ऑपरेटर इस लागत का बोझ सभी ग्राहकों पर डालेंगे जिससे दरें बढ़ेंगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 17, 2013, 19:37