Last Updated: Friday, June 22, 2012, 21:10

मुंबई : अमेरिकी करेंसी की मजबूत मांग के कारण रुपया शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले कारोबार के दौरान अब तक के सर्वाधिक निम्न स्तर पर पहुंच गया। कारोबार के दौरान घरेलू मुद्रा 57.37 तक चला गया था पर बाद में इसमें थोड़ा सुधार हुआ और यह 85 पैसे टूटकर 57.15 पर बंद हुआ। यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया कमजोर होकर 56.80 पर खुला। बाद में यह लुढ़क कर अब तक के सर्वाधिक निम्न स्तर 57.31 तक चला गया। बहरहाल, बाद में इसमें थोड़ा सुधार हुआ और यह 85 पैसे या 1.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57.15 पर खुला। रुपया कल 56.30 पर बंद हुआ था।
कारोबारियों ने कहा कि तेल आयातकों की डालर मांग बढ़ने से रुपया 57 के स्तर को पार कर गया। कच्चे तेल की कीमत करीब 18 माह के निम्न स्तर 90 डालर बैरल हो गयी है, इसके कारण तेल आयातकों की तरफ से डालर मांग बढ़ी है।
रुपये के मूल्य में जोरदार गिरावट को देखते हुए वित्त सचिव आरएस गुजराल ने नई दिल्ली में कहा कि सरकार विदेशी पूंजी प्रवाह बढ़ाने के लिए कदम उठा रही है। सरकार की स्थिति पर नजर है और उपयुक्त कदम उठाए जा रहे हैं। इस बीच, रिजर्व बैंक ने सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को तेल आयात के लिए अपनी कुल जरूरत का आधा हिस्सा सार्वजनिक क्षेत्र स्टेट बैंक से खरीदने को कहा है। (एजेंसी)
First Published: Friday, June 22, 2012, 21:10