Last Updated: Monday, October 8, 2012, 19:40

मुंबई : वर्ष 2012 में रुपये में आज दूसरी सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट 79 पैसे की रही। विदेशी बाजारों में डॉलर में अच्छी मजबूती दर्ज होने के बीच सुस्त शेयर बाजार के अनुरूप रुपया एक सप्ताह के निम्न स्तर 52.64 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि आयातकों की सतत डालर मांग के कारण भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई जबकि 11 करोड़ डालर के पूंजी प्रवाह के कारण रुपये की गिरावट पर कुछ रोक लग गई।
रुपया आज 52.12 रुपये प्रति डॉलर पर कमजोर खुला जो शुक्रवार को 51.85 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान तत्काल यह 51.97 रुपये प्रति डालर की उंचाई को छू गया। हालांकि स्थानीय शेयर बाजार के कमजोर रुख तथा डालर की कमी को पूरा करने के लिए लिवाली बढ़ने के बीच आयातकों, मुख्यत: तेल रिफायनिंग कंपनियों की बेहतर डालर मांग के कारण रुपये पर दबाव बढ़ गया।
कारोबार की समाप्ति पर रुपया 52.65 रुपये प्रति डालर तक नीचे जाने के बाद अंत में 79 पैसे अथवा 1.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52.64 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। चालू कैलेंडर वर्ष में यह रुपये में दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पूर्व 22 जून को रुपया 85 पैसे अथवा 1.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57.15 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्न स्तर पर बंद हुआ था। बंबई शेयर बाजार के सूचकांक में आज शुक्रवार के बंद के मुकाबले 229.48 अंक अथवा 1.21 प्रतिशत की गिरावट आई। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने संदर्भ दर 52.2145 रुपये प्रति डालर और 67.7515 रुपये प्रति यूरो निर्धारित की। पौंड, यूरो और जापानी येन के मुकाबले भी रुपये में गिरावट दर्ज हुई। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 8, 2012, 19:40