दिल्ली में बिजली की दरों में 24 फीसदी का इजाफा

दिल्ली में एक जुलाई से 24 फीसदी महंगी होगी बिजली

नई दिल्ली: दिल्ली में एक जुलाई से बिजली महंगी हो जाएगी। बिजली नियामक डीईआरसी ने वर्ष 2012-13 के लिए घरेलू बिजली की दरें 24.15 प्रतिशत तक बढ़ाने का मंगलवार को निर्णय किया।


दिल्ली विद्युत नियामकीय आयोग के चेयरमैन पीडी सुधाकर ने कहा कि सभी वर्गों में औसत शुल्क वृद्धि 20.87 प्रतिशत है और घरेलू शुल्क दरों में 24.15 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है।


नियामक ने पिछले साल अगस्त में सभी वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए शुल्क में 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। फरवरी में शुल्क में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी, जबकि इस साल मई में दर में दो प्रतिशत की वृद्धि की गई ताकि बिजली वितरण कंपनियों की बिजली खरीद लागत को समायोजित किया जा सके।


सभी तीन बिजली वितरण कंपनियां. बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड, बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड अपने ‘भयंकर’ वित्तीय हालत का हवाला देते हुए दरों में जबरदस्त वृद्धि किए जाने पर जोर देती रही हैं।


उल्लेखनीय है कि बीएसईएस राजधानी द्वारा 225 करोड़ रुपये से अधिक की बकाया राशि का भुगतान करने में विफल रहने पर सार्वजनिक क्षेत्र की एनएचपीसी ने बीएसईएस राजधानी को 200 मेगावाट बिजली की आपूर्ति रोक दी जिसके चलते दिल्ली में कई इलाकों में उपभोक्ताओं को पिछले पांच दिनों से बिजली का संकट झेलना पड़ रहा है।


एक अन्य बिजली उत्पादन कंपनी दामोदर वैली कारपोरेशन ने करीब 330 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किए जाने पर बिजली वितरण कंपनी को 280 मेगावाट की आपूर्ति रोकने की धमकी दी है। दो बीएसईएस वितरण कंपनियों ने कहा है कि लागत प्रभावी शुल्क ढांचे की कमी के चलते स्थिति और गंभीर हो गई है।


डीईआरसी द्वारा बिजली की शुल्क दरों में यह घोषणा किए जाने से पहले कल मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने शुल्क दरों में यह कहते हुए बढ़ोतरी किए जाने की वकालत की कि डीईआरसी को नयी दरें तय करते समय स्थिति को एक वास्तविक नजरिए से देखना होगा।

First Published: Tuesday, June 26, 2012, 20:06

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