Last Updated: Tuesday, October 1, 2013, 14:49
नई दिल्ली : सरकार ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा और आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिए कदम उठाए जाएंगे व रिजर्व बैंक ब्याज दर पर निर्णय करेगा।
आर्थिक मामलों के सचिव अरविंद मायाराम ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘अर्थव्यवस्था फिर से हाथ पैर मार रही है, मुझे पूरा भरोसा है कि वृद्धि दर को प्रोत्साहित करने के लिए माहौल अनुकूल होगा और जो भी कदम आवश्यक होंगे, उठाए जाएंगे।’
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर चार साल के निचले स्तर 4.4 प्रतिशत पर आ गई।
मायाराम ने कहा, ‘दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर पहली तिमाही से बेहतर होनी चाहिए। वित्त मंत्री ने कहा है कि हमें वृद्धि दर को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। जहां तक ब्याज दर का संबंध है, यह पूरी तरह से आरबीआई के दायरे में है और गवर्नर इस पर निर्णय करेंगे।’
रिजर्व बैंक 29 अक्तूबर को दूसरी तिमाही की मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करने वाला है। चालू खाते के घाटे के संबंध में मायाराम ने कहा कि उन्हें पूरे वित्त वर्ष में यह 70 अरब डालर से कम या जीडीपी का 3.7 प्रतिशत रहने की संभावना है। अप्रैल.जून तिमाही में चालू खाते का घाटा जीडीपी का 4.9 प्रतिशत रहा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 1, 2013, 14:49