Last Updated: Thursday, September 19, 2013, 14:42

नई दिल्ली : कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा है कि प्याज कीमतों में दो-तीन सप्ताह में महाराष्ट्र और अन्य राज्यों से नई फसल की आवक शुरू होने के बाद इसकी कीमतों में गिरावट आएगी। इससे उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
पवार ने कहा कि किसानों और व्यापारियों से बात करने के बाद मेरा अपना आकलन है कि अगले दो-तीन सप्ताह में नई खरीफ फसल की आवक में उल्लेखनीय रूप से इजाफा होगा जिससे प्याज कीमतों में गिरावट आएगी। कृषि मंत्री ने कहा कि सीमित मात्रा में आयातित प्याज के आने तथा न्यूनतम निर्यात मूल्य फिर से लगाए जाने के बाद प्याज का निर्यात घटा है जिससे आपूर्ति की स्थिति में भी सुधार होगा।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में प्याज की जमाखोरी के लिए उनका दल जिम्मेदार नहीं है। महाराष्ट्र सबसे बड़ा प्याज उत्पादक राज्य है जो अधिकतम फसल का भंडारण करता है जिसका इस्तेमाल कम उपलब्धता के दिनों में होता है।
देश के थोक और खुदरा बाजारों में प्याज की कीमतों में काफी तेजी आई है। राष्ट्रीय राजधानी के खुदरा बाजार में प्याज 70 से 80 रपये किलो बिक रहा है। एक साल पहले इसका दाम 22 रपये किलो था। पवार ने कहा कि प्याज कीमतों में बढ़ोतरी से महंगाई बढ़ी है, जबकि अन्य खाद्य वस्तुओं मसलन चावल और गेहूं के दाम स्थिर बने हुए हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि भारी बारिश की वजह से प्याज कीमतों पर दबाव है। आंध्र प्रदेश तथा कर्नाटक में खरीफ फसल को निकालने का काम शुरू हो गया है, लेकिन बारिश की वजह से इसके परिवहन में दिक्कत आ रही है।
महाराष्ट्र के नासिक क्षेत्र में किसानों को बारिश की वजह से फसल निकालने में दिक्कत आ रही है। पवार ने इस मसले पर उपभोक्ता मामलों के मंत्री के वी थॉमस से भी विचार विमर्श किया है। उन्होंने कहा कि नई खरीफ फसल की आवक की से आपूर्ति की स्थिति सुधरेगी तथा अगले दो-तीन सप्ताह में प्याज के दाम नीचे आएंगे। महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में नई खरीफ फसल की आवक आमतौर पर अक्तूबर-नवंबर में शुरू होती है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 19, 2013, 14:42