Last Updated: Tuesday, January 29, 2013, 13:37

मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने सरकार के सुधारवादी कदमों की सराहना करते हुए कहा है कि इससे घरेलू अर्थव्यवस्था को फिर उंची आर्थिक वृद्धि की राह पर लौटने में मदद मिलेगी। सरकार ने हाल में कई क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के नियमों को उदार बनाने के अलावा पेट्रोलियम कीमतों को धीरे धीरे नियंत्रणमुक्त करने जैसे कई नीतिगत सुधार के कदम उठाए हैं।
रिजर्व बैंक ने आज पेश मौद्रिक नीति की तिमाही समीक्षा में कहा है कि खुदरा, विमानन, प्रसारण क्षेत्र में एफडीआई नियमों को उदार करने के अलावा सामान्य कर परिवर्जन रोधी नियम (गार) को टालने तथा घरेलू कंपनियों द्वारा विदेश से लिए जाने वाले कर्ज पर विदहोल्डिंग कर में कटौती तथा निवेश पर मंत्रिमंडल की समिति के गठन जैसे कदम उठाए हैं।
समीक्षा में कहा गया है कि इन कदमों से स्थिर वृहद आर्थिक परिस्थितियां कायम करने में मदद मिलेगी और इससे अर्थव्यवस्था एक बार से उंची वृद्धि की राह पर लौट सकेगी। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि ईंधन कीमतों को चरणबद्ध रूप से नियंत्रणमुक्त किए जाने से चालू खाते का घाटा (सीएडी) कम होगा और साथ ही राजकोषीय घाटे को सीमित स्तर पर रखने में मदद मिलेगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 29, 2013, 13:37