पुलिस की पहरेदारी में खुला मारुति का मानेसर कारखाना

पुलिस की पहरेदारी में खुला मारुति का मानेसर कारखाना

पुलिस की पहरेदारी में खुला मारुति का मानेसर कारखानामानेसर : मारुति सुजुकी इंडिया का मानेसर कारखाना मंगलवार को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच फिर से खुल गया। मानेसर में गत 18 जुलाई को हुई हिंसा की घटना के बाद 21 जुलाई को प्रबंधन ने कारखाने में तालाबंदी कर दी थी। इस हिंसा में कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी की मौत हो गई थी।

भारी बारिश के बीच आज जब कारखाना खुला तो उसके गेट के बाहर कर्मचारियों की लंबी कतार लग गईं।

हरियाणा पुलिस ने कारखाने की सुरक्षा के लिए 500 पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। इनमें से 200 कारखाने के भीतर तथा 300 परिसर के आसपास तैनात किए गए हैं।

इसके अलावा कंपनी ने सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों को लेकर अपना एक विशेष बल भी बनाया है। इसमें 100 लोग शामिल हैं। कंपनी ने इससे पहले घोषणा की थी कि सिर्फ 300 स्थायी कर्मचारी ही काम शुरू करेंगे।

कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी (प्रशासन) एसवाई सिद्दीकी ने सोमवार को कहा था कि कर्मचारी सिर्फ एक पाली में सुबह 8 से शाम 4:30 बजे तक काम करेंगे।

हालांकि इस संयंत्र की क्षमता प्रतिदिन 1,500 से 1,700 कारों के विनिर्माण की है, लेकिन शुरुआत में यहां सिर्फ 150 कारों का उत्पादन होने की संभावना है। संयंत्र का उत्पादन धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा। कारखाने की सालाना उत्पादन क्षमता 5.5 लाख इकाई की है।

तालाबंदी की अवधि में कंपनी को 1,400 करोड़ रुपए के उत्पादन का नुकसान हुआ है। हिंसा की घटना में कंपनी को अनुमानत: 10 करोड़ रुपए की चोट पहुंची थी।

मारुति सुजुकी इंडिया ने कथित तौर पर हिंसा में शामिल 500 स्थायी कर्मचारियों को बर्खास्त करने का फैसला किया है। इसके अलावा कंपनी हिंसा में कथित भूमिका के लिए 500 ठेका श्रमिकों को भी हटाने की तैयारी कर रही है।

कंपनी ने 2 सितंबर से स्थाई कर्मचारियों की नई भर्ती शुरू करने का फैसला किया है। मौजूदा ठेका श्रमिकों को भी स्थायी करने पर विचार होगा। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, August 21, 2012, 09:33

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